डॉक्टर समेत 8 आरोपी गिरफ्तार
बरनाला: पुलिस ने बरनाला की 4 अप्रैल को अगवा हुई 2 वर्षीय बच्ची की गुत्थी को सुलझा लिया है। इस मामले को ट्रेस करने के लिए पुलिस मध्य प्रदेश पहुंच गई और बच्ची को सुरक्षित किडनैपरों को कब्जे से छुड़वा लिया। मामले की जानकारी देते हुए डीआईजी मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी सहायता की मदद से उनकी टीम अपहरणकर्ताओं तक पहुंची। जिसके बाद इस मामले में लुधियाना के अस्पताल के एक डॉक्टर समेत कई आरोपियों को गिरफ्तार किया। डीआईजी ने बताया कि बच्चे को 2 लाख रुपये में एक निःसंतान दम्पति को बेचा जाना था। मध्य प्रदेश में जिस स्थान पर बच्चे को बेचा जाना था, वहां एक तांत्रिक के लिए सेट तैयार किया गया था।
इस घटना में शामिल 2 आरोपी लुधियाना में हुई 8 करोड़ रुपये की लूट में भी शामिल थे। इस मामले में कुल 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। डीआईजी ने बताया कि 4 अप्रैल को बरनाला की अनाज मंडी में रहने वाले एक झुग्गी-झोपड़ी निवासी व्यक्ति के 2 वर्षीय बच्चे का अपहरण हो गया था। इस मामले में अलग-अलग पुलिस टीमें गठित की गईं। कार्रवाई के दौरान मध्य प्रदेश पुलिस के साथ संयुक्त अभियान के दौरान आरोपी दविंदर सिंह, रोहित और दशरथ सिंह को मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले से गिरफ्तार किया गया। आरोपी दमनप्रीत सिंह उर्फ अमन उर्फ फूली, आदित्य उर्फ नन्नी, मानव अरोड़ा, रविंदर कौर और डॉ. विकास तिवारी को लुधियाना से गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अपहृत बच्चे अक्षय कुमार को सुरक्षित बरामद कर लिया गया है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी रविंदर कौर ने निःसंतान दंपत्ति को ढूंढकर बच्चे को आरोपी डॉ. विकास तिवारी के माध्यम से 2 लाख रुपये में बेचने की साजिश रची थी। आरोपी कोहिनूर सिंह, जो कि रविंदर कौर का बेटा है, उसने जेल में आरोपी आदित्य उर्फ नन्नी और दमनप्रीत सिंह उर्फ अमन उर्फ फूली के साथ मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया। आरोपी मानव अरोड़ा और दमनप्रीत सिंह ने 4 अप्रैल को बरनाला की झुग्गी-झोपड़ी अनाज मंडी से बच्चे का अपहरण कर लिया और रास्ते में आरोपी आदित्य उर्फ नन्नी भी उनके साथ शामिल हो गया। जिसके बाद आगे बच्चे को कोहिनूर सिंह और दविंदर सिंह को सौंप दिया गया। जिसके बाद वह बच्चे को लुधियाना के सार्थिक हेल्थ केयर मुंडिया खुर्द में रविंदर कौर और डॉ. विकास तिवारी के पास ले गए।
इस गिरोह में दमनप्रीत सिंह उर्फ अमन उर्फ फूली और आदित्य उर्फ नन्नी ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर इससे पहले वर्ष 2023 में लुधियाना में 8 करोड़ रुपए की बैंक डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। उन्होंने बताया कि बच्चे के सिर के बाल मुंडे हुए हैं और आरोपियों ने बच्चे को मध्य प्रदेश में जिस स्थान पर ले जाना था, वहां किसी तरह के तांत्रिक अनुष्ठान का माहौल बनाया हुआ था और पूरे मामले की आगे जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस ने एक मोटरसाइकिल, एक कार और तकनीकी सामग्री बरामद कर ली गई है। यह एक राष्ट्रीय स्तर का गिरोह है जो कई राज्यों में समन्वय से काम कर रहा है।
इस संबंध में बरनाला पुलिस को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन को सफल बनाने वाली पूरी पुलिस टीम को पंजाब पुलिस द्वारा विशेष तौर पर अलग-अलग पदकों से सम्मानित किया जाएगा तथा पदोन्नत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अक्सर कहा जाता है कि पुलिस केवल अमीर लोगों के बच्चों की सुरक्षा करती है। बच्चा एक झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले परिवार से ताल्लुक रखता है। इस वजह से पुलिस ने बच्चे की जान बचाकर बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया गया है तथा पूछताछ के दौरान और भी खुलासे होने की संभावना है।