मानसा: पंजाब में ‘चिट्टा’ के नशे का घरों को बर्बाद करने का स्तर कितना भयावह हो गया है, इसका एक दिल दहला देने वाला और शर्मनाक मामला मानसा जिले से सामने आया है। जहां नशे की दलदल में फंसे और पैसे की तंगी ने एक मां-बाप को इतना मजबूर कर दिया कि उन्होंने ‘चिट्टे’ के लिए अपने जिगर के टुकड़े, 6 महीने के बच्चे को ही बेच दिया। यह हृदयविदारक आरोप गोर्मन कौर और संदीप सिंह नामक पति-पत्नी पर लगाया गया है।
दोनों ही कई वर्षों से ‘चिट्टा’ के आदि हैं। इस मामले का सबसे दुखद पहलू यह है कि आरोपी मां, गोर्मन कौर, कभी स्टेट लेवल की खिलाड़ी रह चुकी है। जानकारी के मुताबिक, दोनों (गोर्मन और संदीप) की मुलाकात इंस्टाग्राम पर हुई थी, जिसके बाद उन्होंने शादी कर ली। शादी के बाद दोनों ने साथ में नशा करना शुरू कर दिया और समय के साथ वे इसकी गंभीर लत का शिकार हो गए। आरोप है कि बच्चे के जन्म के बाद, जब नशे की भूख और आर्थिक तंगी बढ़ी, तो दोनों ने अपने 6 महीने के बच्चे को बुढ़लाडा के एक परिवार को 1,80,000 (1 लाख 80 हजार) में बेच दिया।
इस पूरे सौदे को छुपाने के लिए, इसे एक कानूनी ‘गोधनामा’ का रूप दिया गया। ब्रेटा पुलिस ने बताया कि इस गोधनामे के आधार पर अदालत में कार्रवाई संभव है। हालांकि, किसी भी गोधनामे में यह शर्त होती है कि बच्चे बदले किसी रकम नहीं ली गई है, पर यहां सच्चाई कुछ और ही सामने आ रही है, जिसकी जांच की जा रही है। यह मामला न केवल नशे के खतरनाक प्रभाव की एक भयावह तस्वीर प्रस्तुत करता है, बल्कि समाज को यह भी दिखाता है कि ‘चिट्टा’ ने पंजाब के कितने ही घर तबाह कर दिए हैं।