अमृतसरः पंजाब रोडवेज, PRTC और PUNBUS के ठेका कर्मचारियों ने ट्रांसपोर्ट विभाग के निजीकरण और किलोमीटर स्कीम के विरोध में आज राज्यव्यापी चक्का जाम किया है। 12 बजे से पूरे प्रदेश में सरकारी बसों के पहिए थम चुके है। अमृतसर समेत अन्य जिलों में जारी प्रदर्शनों के दौरान यूनियन नेता बलजीत सिंह ने बताया कि 1 जुलाई 2024 को मुख्यमंत्री के साथ अधिकारियों की अंतिम बैठक में सरकार ने एक महीने के अंदर ठेका और ऑन-शोर कर्मचारियों की मांगें हल करने का भरोसा दिलाया था।
लेकिन कर्मचारियों के अनुसार कई महीने बीतने के बावजूद कोई प्रगति नहीं हुई। इसके बजाय मंत्रालय की ओर से किलोमीटर स्कीम के निजी टेंडर लाए जा रहे हैं, जिन्हें कर्मचारी निजीकरण की शुरुआत मान रहे हैं। बलजीत सिंह ने बताया कि हर बार हमारा विरोध देखकर टेंडर कुछ दिनों के लिए आगे कर दिया जाता है, लेकिन रद्द नहीं किया जाता। हमारी मांग है कि यह टेंडर तुरंत रद्द होना चाहिए और बसें सीधे विभाग द्वारा चलाई जाएं।
दूसरी तरफ अमृतसर की यूनियन के नेता हीरा सिंह ने कहा कि प्राइवेट किलोमीटर स्कीम से बसों का घाटा बढ़ रहा है और डिपो कमजोर किए जा रहे हैं। उनके अनुसार न तो तनख्वाहें समय पर दी जा रही हैं और न ही निकाले गए कर्मचारियों की भरपाई पर ध्यान दिया जा रहा है। हीरा सिंह ने स्पष्ट किया कि पूरे पंजाब के डिपो बंद हैं और यह चक्का जाम केवल शुरुआत है। यदि टेंडर रद्द न किया गया और पिछले चरण में किए गए वादे लागू नहीं किए गए तो मुख्यमंत्री के मोहाली आवास के सामने पक्का धरना देंगे। वहीं कर्मचारियों की हड़ताल से हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।