फिरोजपुरः जिले में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले उसके पिता सुरजीत सिंह ने 68 दिन पहले बेटी के हाथ-पैर बांधकर नहर में धक्का दे दिया था। इस दौरान लड़की की मौत के दावे पर पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। लेकिन अब लड़की प्रीत ढाई महीने के बाद थाने में पुलिस के समक्ष पेश हुई। जहां उसने पुलिस से अपील की है कि वह जिंदा है और उसकी हत्या के मामले में जेल में बंद पिता को रिहा कर दिया जाए। वहीं इस मामले को लेकर एसएसपी भूपिंदर सिंह ने बताया कि लड़की ठीक-ठाक वापिस लौटी है और उसकी मौत नहीं हुई।
लड़की ने बयान में बताया कि वह किसी तरह से नहर से बाहर निकल आई थी। हालांकि लड़की अभी तक यह नहीं बता रही कि वह किसके घर में रही थी। लड़की का कहना है कि वह उक्त लोगों की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए नहीं बताना चाहती। एसएसपी ने कहा कि लड़की नाबालिग है, ऐसे में उस पर दवाब भी नहीं डाला जा सकता। लड़की को कोर्ट में पेश किया जाएगा और कोर्ट में बयान दर्ज किए जाएगे, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
लड़की ने बताया कि वह जब नहर से बाहर निकली तो उसके किसी जानकार ने मदद की थी। जिसके बाद वह उसे शहर में छोड़ गए। इस दौरान वह पिता से खतरा होने के कारण किसी जानकार के घर रही और बाहर नहीं निकली थी। लड़की के मुताबिक उसकी सेहत ठीक नहीं और वह उपचार करवा रही थी। अब लड़की दिमागी तौर पर कुछ ठीक हुई तो उसे पता चला कि पिता जेल में बंद है और उसका भाई-बहनों का बुरा हाल हो रहा है। वहीं माता पर लगे आरोपों को लेकर एसएसपी ने कहा कि उसने पुलिस के सामने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
एसएसपी ने कहा कि पुलिस सुरक्षा में सिविल अस्पताल मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया और बाद में अदालत में पेश किया गया। खबर लिखे जाने तक लड़की के बयान अदालत में दर्ज कराए जा रहे थे। एसएसपी फिरोजपुर भूपिंदर सिंह सिद्धू का कहना है कि अदालत में दर्ज कराए गए बयानों के बाद आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं दूसरी ओर कहा जा रहा है कि लड़की अपनी बुआ के पास रह रही थी। जिसके बाद आज बुआ और फुफड़ उसे लेकर पुलिस के समक्ष पेश हुए थे।