गुरदासपुरः कहते हैं कि कलियुग में लूटपाट, चोरी, डकैती बहुत बढ़ गई है। हर कोई पैसा कमाने की होड़ में लगा है, फिर चाहे तरीका कितना भी गलत क्यों न हो, लेकिन ऐसी स्थिति में भी ईमानदारी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। इसका उदाहरण गुरदासपुर के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बाहर टिक्की, बर्गर की रेहड़ी लगाने वाले सोनू नाम के व्यक्ति ने पेश किया है। 3 दिन पहले गांव खोखर के कंवलजीत सिंह जो दूध का व्यापारी है, उसने सोनू की रेहड़ी पर बर्गर खाया और जाते समय 30 हजार रुपये वहीं फेंक दिए। तलाश करने के बाद भी जब उसे पैसे नहीं मिले तो आज वह शहर आया और सोनू की रेहड़ी पर गया और पैसों के बारे में पूछा तो सोनू ने तुरंत पैसे निकालकर उसे थमा दिए।
कमलजीत सिंह ने बताया कि उसने यह पैसे दूध बेचकर इकट्ठे किए थे और इनका गड्ठा बनाकर अपनी जेब में रबड़ बांधकर रख लिया था जो पता नहीं कब सोनू के ठेले पर गिर गया। उन्होंने सोनू की ईमानदारी की भी तारीफ की। साथ ही सोनू ने बताया कि जब उसे पैसे मिले तो उसने किसी से बात नहीं की क्योंकि पैसों के बारे में सुनकर किसी का भी दिल बेईमान हो सकता है और कोई भी खुद को इसका मालिक साबित करने की कोशिश कर सकता है।
उसने यह पैसे अलग रख लिए और सोचा कि जरूर जिसके पास पैसे हैं वह उससे बर्गर खाकर चला गया होगा और इसका असली मालिक इसे ढूंढते हुए यहां आएगा। आज जब कमलजीत सिंह उसके पास पहुंचा और पैसों के बारे में पूछा तो वह समझ गया कि पैसे उसके हैं और उसने तुरंत पैसे लौटा दिए। सोनू ने बताया कि उसने पैसे गिने भी नहीं लेकिन उसने अंदाजा लगाया था कि करीब 30-40 हजार होंगे। सोनी की इस ईमानदारी की मालिक ने जमकर तारीफ की।