अधिकतर पुलिस कर्मियों को ही ठगों ने बनाया अपना शिकार
मोहालीः जिले के फेज-7 में चलाई जा रही हरसुख इमिग्रेशन कंपनी के नाम पर पूर्व थाने ने कई लोगों से पैसे ठग लिए। इस मामले में हैरानी जनक खुलासा यह हुआ है कि आरोपी ने अधिकतर पुलिस कर्मियों को ठगी का शिकार बनाया है। वहीं आज पुलिस ने आरोपी के खिलाफ थाना मटौर में मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में पुलिस कर्मियों को नामजद किया गया है। मामले की जानकारी देते हुए साहिल वर्मा ने बताया कि उसने Crypto Currency में 18.60 लाख रुपए निवेश किए थे।
जिसमें मोहन सिंह, अश्वनी शर्मा, इंद्रजीत सिंह और अरमान सिंह मुख्य व्यक्ति है। साहिल ने बताया कि उक्त व्यक्ति LIC का काम करत है और इन व्यक्तियों का महावीर सिंह के साथ कांट्रेक्ट था। महावीर सिंह के साथ उनकी एक बार ही मुलाकात हुई। इस दौरान उन्होंने मोहन सिंह के बारे में बताया कि वह पुलिस से रिटायर्ड हुए है और उन्होंने Crypto Currency का काम शुरू किया है। जिसके बाद उन्होंने पहले 2 लाख रुपए निवेश किए। इस दौरान शुरुआत में उसे 50 हजार रुपए वापिस आए थे। उसके बाद धीरे-धीरे 18.60 लाख रुपए निवेश किए। साहिल के अनुसार उसे कहा गया कि 25 माह में उसके पैसे डबल हो जाएंगे।
इस दौरान उन्होंने अपनी कोठी भी दिखाई। साहिल ने कहाकि इस ठगी में 100 से 150 लोग ठगी का शिकार हो चुके है। जिसमें लोगों से 5 करोड़ से अधिक ठगी की गई। साहिल ने कहाकि आखिरी समय में सभी को फेज 8 में स्थित 51 नंबर हॉल में इकट्ठा किया था। जिसमें चारों लोग आए थे और लिखकर दिया था वह सभी के पैसे एख माह तक लौटा देंगे। इस दौरान प्रिंसीपल अमाउंट देने का आश्वासन भी दिया था।
लेकिन उसके बाद जब दफ्तर में कोई जाता तो उसे धक्के मारकर निकाल दिया जाता। इस मामले में थाना मटौर में शिकायत दी है, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। इस मामले में कई पुलिस कर्मी भी ठगी का शिकार हुए है। वहीं पुलिस अधिकारी ने कहा कि 2 व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों की तालाश में छापेमारी जारी है। पुलिस अधिकारी ने कहाकि अभी तक साहिल और उसके दोस्त ने ही ठगी की शिकायत दी है। उन्होंने कहा कि दोनों की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया है। वहीं Crypto currency मामले की उक्त दफ्तर में जाकर जांच की जाएगी।