चंडीगढ़ः कांग्रेस के एलओपी नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आप पार्टी पंजाब के मंत्री अमन अरोड़ा और वितमंत्री हरपाल चीमा के खिलाफ मॉर्फ्ड और एडिटेड वीडियो शेयर करने के आरोप में एफआईआर दर्ज करवा दी। प्रताप बाजवा ने यह एफआईआर चंडीगढ़ सेक्टर 3 पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई है। जिसके बाद पुलिस ने बीएनएस की धारा 336 (4), 356 और 61 (2) के मामला दर्ज किया है। बाजवा का आरोप है कि उक्त नेताओं ने उनके बयान को एडिट कर अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर डाला जो गलत संदेश देने वाला था।
वहीं दूसरी ओर हरपाल चीमा ने बाजवा पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वह भाजपा का सहारा लेकर जितने मर्जी झूठे केस दर्ज करवा लें। हरपाल चीमा ने काग्रेंस पर मुख्तार को पंजाब में रखने के आरोप लगाए है। बता दें कि हरपाल चीमा और प्रताप बाजवा में इस मामले को लेकर तकरार शुरू हो गई। जिसके बाद एक बार फिर से राजनीति गरमा गई है।
दूसरी ओर कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने प्रताप सिंह बाजवा द्वारा विधानसभा को स्टेज कहने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि वह 3 करोड़ लोगों की बुद्धि को चुनौती दे रहे हैं। उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए। जिसके बाद बाजवा और अमन अरोड़ा के बीच बहस शुरू हो गई। अरोड़ा ने पूछा कि क्या आपके विधायक कलाकार हैं? बाजवा कलां करते हैं।
पंजाब में कुछ और है और दिल्ली में कुछ और। सचिवालय में सीआईएसएफ तैनात करने का कारण यह है कि यह भवन चंडीगढ़ में है। उन्होंने कहा कि भाजपा और बाजवा में बहुत बनती है। इसके साथ ही वे घर पर भी साथ रहते हैं। चंडीगढ़ में हमारे ख़िलाफ़ जो एफ़आईआर दर्ज हुई है, वो बीजेपी के साथ उनकी सौदेबाजी है। आप चाहें तो ऐसे 36 मुक़दमे दर्ज करवा लीजिए, हमें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता।
बता दें कि विजिलेंस ने गत दिनों आय से अधिक संपति के मामले में अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को गिरफ्तार किया। विजिलेंस ने इसको लेकर मजीठिया की धर्मपत्नी विधायक गुनीत कौर के सरकारी निवास पर भी दबिश दी। इसको लेकर विपक्ष के नेता ने वीडियो जारी करके कहा था कि गुनीव कौर का सरकारी निवास एक विधायक का निवास है ना कि किसी के पति का निवास है, वहां इस तरह की कार्रवाई से बचा जाना चाहिए था। बाजवा के आरोप के अनुसार, उक्त आप नेताओं ने उनका वीडियो एडिट करके यह संदेश देने का प्रयास किया कि जैसे उन्होंने (बाजवा ने) आरोपी मजीठिया का बचाव किया है।
शिकायत में बाजवा ने कहा है कि उन्होंने विजिलेंस की ओर से विधायक गनीव कौर मजीठिया के सरकारी आवास पर की गई छापेमारी को लेकर बयान दिया था। उक्त आप नेताओं ने गनीव कौर के नाम को एडिट कर दिया। उन्होंने लिखा कि उक्त नेताओं ने गनीव कौर का नाम एडिट करके इस प्रकार से पेश किया जैसे मैंने बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ की गई कार्रवाई का विरोध किया।