पठानकोटः बीती रात जम्मू-कश्मीर के रामबन में बादल फटने से भयानक आपदा आई जिससे 7 के करीब लोगों ने जान गवा दी। वहीं इसका असर अब पठानकोट में भी देखने को मिला है। रात करीब 1 बजे सीमावर्ती क्षेत्र बमियाल की 3 नदियां उझ, भाग और तरनाह अचानक उफान पर आ गईं, जिसके चलते प्रशासन की ओर से करीब 1:30 बजे एक संदेश भी प्रसारित किया गया, जिसमें लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाकर खुद को बचाने के लिए कहा गया, क्योंकि जम्मू-कश्मीर में बादल फटने के कारण उझ नदी में करीब 2 लाख क्यूसेक पानी आ रहा है। यह संदेश मिलने के बाद सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों की नींद उड़ गई और लोगों का ध्यान उझ नदी पर ही रहा।
वहीं यह पानी उझ नदी में, पाकिस्तान सीमा की जीरो लाइन पर स्थित गांव स्किल और गांव ढिंडा के पास और तरनाह नदी में बढ़ गया, जहां गांव सिंबल स्कोल के रास्ते में तरनाह नदी में यह पानी नदी पर बने पुल से टकरा रहा था। इसके अलावा सीमावर्ती गांव ढिंडन के इलाके में यह पानी पूरी तरह फैल गया, जहां सड़कों पर पानी जमा हो गया और दूसरी ओर किसानों की फसलों में भी पानी भर गया। ढिंडन के लोगों का कहना है कि रात करीब डेढ़ बजे संदेश मिलने के बाद लोगों को पानी की चिंता सताने लगी, जिसके चलते लोगों ने छत पर बैठकर रात बिताई और इलाके में जलस्तर बढ़ता रहा।
इस पानी से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। स्थानीय ताराचंद, सुभाष सिंह, राजेश कुमार व अन्य ने बताया कि वह डर के साए में जी रहे हैं। सड़कों पर पानी ही पानी है। वहीं लोगों के घरों का काफी सामान भी खराब हो गया है। प्रशासन जल्द से जल्द जहां, राहत कार्य शुरू करे, ताकि हमें कोई सुविधा मिल सके।