खन्ना : सिमरजीत बैंस के करीबी और लोक इंसाफ पार्टी के पूर्व जिला प्रधान सरबजीत सिंह सीआर कंग ने 5 दिन पहले हुई एनआईए की रेड को लेकर सवाल खड़े किए हैं। सीआर कंग ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए आरोप लगाया कि एनआईए ने बगैर सर्च वारंट उनके नशा मुक्ति केंद्र में रेड की। वहां उन्हें दबाने की कोशिश की गई। उन्हें बोला गया कि फालतू के पंगे मत लिया करो। गंभीर अंजाम भुगतने पड़ सकते है, 7 साल की सजा हो जाती है। सीआर ने कहा कि उनका कारोबार प्रभावित करने तथा छवि खराब करने की नीयत से यह रेड कराई गई है, इसके पीछे बहुत बड़ी साजिश है। उन्होंने कहा कि जब बाहोमाजरा में उनके घर एनआईए की टीम आई तो उन्होंने सबसे पहले सर्च वारंट देखे।
एनआईए के पास घर की तलाशी के सर्च वारंट थे। घर की तलाशी लेने के बाद जब वहां कुछ नहीं मिला तो उनके नशा मुक्ति केंद्र पर रेड करने का क्या मकसद था। इसका जवाब एनआईए ने उन्हें नहीं दिया। न ही उन्हें वहां का सर्च वारंट दिखाया गया। वे एनआईए के खिलाफ केस भी करेंगे। सीआर कंग ने कहा कि वे लगातार गैर कानूनी धंधों के खिलाफ बोलते आ रहे हैं। कबाड़, शराब तथा रेत माफिया के खिलाफ जोरशोर से आवाज उठा रहे हैं। इसका अंजाम है कि उन्हें रेड्स करवाकर डराने की कोशिश की जा रही है। लेकिन वे सच की लड़ाई जारी रखेंगे। वे किसी रेड से डरने वाले नहीं हैं क्योंकि वे सच के रास्ते पर चल रहे हैं। अगर किसी प्रकार का धक्का हुआ तो वे लोगों को साथ लेकर संघर्ष करेंगे।