अमृतसरः सांसद गुरजीत सिंह औजला के खिलाफ वाल्मीकि समुदाय के खिलाफ भारी रोष पाया जा रहा है। दरअसल, एक टीवी चैनल को गुरजीत औजला ने इंटरव्यू दिया था और उसमें वाल्मिकी समुदाय पर टिप्पणी की गई थी। हालांकि यह टिप्पणी काफी समय पहले की गई थी, लेकिन इस मामले को लेकर अब मुद्दा गरमा गया है। आप पार्टी के एस सी विंग के प्रधान अध्यक्ष डॉ. इंद्रजीत सिंह द्वारा गुरजीत औजला का गवाल मंडी चौंक में पुतला फूंककर प्रदर्शन किया गया। जिसके बाद उन्होंने गुरजीत सिंह औजला के खिलाफ धारा 295ए के तहत मामला दर्ज करने की बात कही, साथ ही गुरजीत औजला के खिलाफ कई सवालिया निशान भी समाज की ओर से उठाए गए।
इस अवसर पर डॉ. इंद्रपाल ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के संविधान ने आज सभी को समानता का अधिकार दिया है और आज हमारे एससी समाज के बच्चे पढ़-लिखकर अधिकारी, मंत्री और मुख्यमंत्री बन गए हैं। लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह औजला द्वारा एससी समुदाय के बच्चों को लेकर दिया गया बयान बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि यह बयान औजला की छोटी सोच को दर्शाता है। डॉ. इंद्रपाल ने कहा कि वह मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से अपील करते हैं कि इस बेहद निंदनीय टिप्पणी के लिए कांग्रेस उम्मीदवार गुरजीत सिंह औजला के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए धारा 295ए के तहत मामला दर्ज किया जाए और पूरे एससी समुदाय से उन नेताओं का बहिष्कार करने की अपील की जाए हमारे एससी समुदाय के बारे में ऐसी निम्न भावना रखते हैं।
क्योंकि यह टिप्पणी हमारे समुदाय के उन बच्चों का हौंसला तोड़ने वाली है जो पढ़-लिखकर बड़े अधिकारी बनना चाहते हैं और समाज में अपने समुदाय और अपने देश का नाम रोशन करना चाहते हैं। बता दें कि गुरजीत सिंह औजला का पुतला फूंककर भले ही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है, लेकिन यह घटना कुछ महीने पहले की है और वाल्मिकी समाज के कुछ प्रतिनिधियों ने गुरजीत सिंह औजला को धार्मिक सजा देकर माफ कर दिया था। लेकिन चुनावी माहौल चल रहा है और कोई भी राजनीतिक दल इसका एक भी मौका नहीं छोड़ना चाहता, इसी लड़ाई में आज अमृतसर में वाल्मिकी नेताओं द्वारा गुरजीत सिंह औजला का पुतला फूंका गया। अब देखना यह होगा कि इस मामले के बाद गुरजीत सिंह औजला इस पर क्या बयान देते हैं।