अमृतसरः दरबार साहिब में पहली बार स्कूली बच्चों ने सेवा की। इस दौरान उन्होंने हाथों में तख्तियां पकड़कर अनोखी पहल चलाई है। दरअसल, तख्तियों पर लिखा है कि चुप्प का दान बख्शे, मोबाइल फोन का प्रयोग न करें और सहजता से गुरबानी का पाठ करें। दरअसल, जून जुलाई के महीने में दरबार साहिब में देश विदेश से लोग श्रद्धालु मत्था टेकने के लिए पहुंचते हैं और उन्हें जानकारी दी जाती है। खासकर जून और जुलाई की छुट्टियों के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु दरबार साहिब में माथा टेकने आते हैं।
इस दौरान एसजीपीसी के अंतर्गत आने वाले स्कूलों के बच्चे परिकर्मा के दौरान विदेश से पहुंची संगत को जानकारी दे रहे हैं। दरअसल, एसजीपीसी के मैनेजर ने बताये कि एसजीपीसी के अंतर्गत आने वाले स्कूलों के विद्यार्थियों की 50-50 बच्चों की टीमें हाथों में तख्तियां लेकर सेवा कर रही हैं। इसमें तख्तियों पर लिखा है कि फोन न चलाएं, आराम से बैठें और गुरबाणी का जाप करें। उन्होंने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि दूसरे राज्यों या विदेश से आने वाली संगत को उचित जानकारी नहीं होती है।
इस बार यह सेवा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सहयोग से स्कूली बच्चों द्वारा की जा रही है। सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में संगत का आगमन दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है और यह पहल शिरोमणि प्रबंधक कमेटी ने की है। उन्होंने बताया कि गर्मी की छुट्टियों के दौरान स्कूली बच्चों को दी जाने वाली छुट्टियों के चलते जून और जुलाई में इन स्कूलों के विद्यार्थियों द्वारा यह सेवा की जा रही है।
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