अमृतसरः रविवार देर रात अमृतसर में गोलियां चलने का मामला सामने आया। जहां रिश्तेदारों में ही गोलियां चलाई गई। इस दौरान समधी की दूसरे समधी और उसके बेटे पर किसी बात पर हुई बहस हुई जिसके बाद गोलियां चला दी गई। घायलों को आस-पास रहने वाले लोगों ने अस्पताल पहुंचाया। जहां एक की मौत हो गई। झगड़े व गोलियां चलाने का कारण अभी तक सामने नहीं आया है। पुलिस ने मौके पर पहुंच जांच शुरू कर दी है। घटना अमृतसर के तेज नगर चौक की है। दोनों समधी आसपास ही रहते हैं। मृतक की पहचान दलजीत सिंह के तौर पर हुई है।
मृतक के भाई गुरजीत सिंह ने बताया कि दलजीत सिंह ने तकरीबन 6 महीने पहले अपनी बेटी की शादी आरोपी संधू बिल्डिंग मटेरियल के मालिक हरजीत सिंह संधू के बेटे नवजोत सिंह के साथ की थी। दोनों परिवारों में कोई झगड़ा भी नहीं था। दोनों परिवार एक दूसरे से मिलते जुलते थे। रात मृतक दलजीत व हरजीत के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। किसी को यह जानकारी नहीं कि झगड़ा किस बात को लेकर हुआ है। इसी बीच हरजीत सिंह ने अपनी रिवॉल्वर निकाली और अपने समधी दलजीत सिंह व उसके 18 साल के बेटे गुरप्रीत सिंह को गोलियां मार दी। गली के अन्य लोगों ने बताया कि रात गोली चलने की आवाज सभी ने सुनी।
इसके बाद मृतक की बेटी अपने ससुराल से भागते व चीखते हुए मायके गई और दलजीत सिंह को गोली लगने के बारे में बताया। गली में रहने वाले अन्य लोगों ने तुरंत बाप-बेटे को गाड़ी में बैठा श्री गुरु रामदास जी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने दलजीत सिंह को मृत घोषित कर दिया। जांच करने पहुंची एसएचओ अमनदीप कौर ने जानकारी दी कि परिवार व मृतक की बेटी के बयानों पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपी हरजीत सिंह को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। घायल बेटे की हालत अभी स्थिर नहीं है। उसके बयानों के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि झगड़ा हुआ क्यों था। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
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