पठानकोटः राजकीय डिग्री कॉलेज कठुआ के छठे सेमेस्टर का छात्र ब्वाएज हॉस्टल के एक कमरे में फंदे से झूलता मिला। मृतक छात्र की पहचान अरुण कुमार निवासी करौली पठानकोट के रूप में हुई है। जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जीएमसी कठुआ के शवगृह में रखाया। उधर, पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। मृतक के परिजनों ने हत्या का अंदेशा जताया है। शुक्रवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई जब कॉलेज के एक छात्र का शव हॉस्टल के उसके कमरे में ही फंदे से लटकता पाया गया। मृतक अपने नाना-नानी के यहां बिलावर में ही पला बढ़ा और बिलावर में 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद वो राजकीय डिग्री कॉलेज कठुुुआ में स्नातक कर रहा था।
युवक के फंदा लगाने की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में छात्र ब्वाएज हॉस्टल में जमा हो गए। वहीं कॉलेज में भी सनसनी फैल गई। जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। एफएसएल टीम ने कमरे में सुबूत जुटाए गए हैं। पुलिस के अनुसार कॉलेज के छात्रों से ही उन्हें छात्र के फंदा लगाने की जानकारी मिली थी। इसके बाद फिलहाल जांच जारी है। कुछ छात्रों से भी पूछताछ की जा रही है जो आखिरी बार इसके संपर्क में आए थे। एसएसपी कठुआ शिवदीप सिंह ने बताया कि कमरे में शव मिला है। फिलहाल जांच जारी है।
छात्र की मौत के बाद दोपहर के समय उसके नाना-नानी और अन्य परिजन भी कठुआ पहुंचे। अस्पताल में विलाप करते परिजनों ने अरुण की मौत को हत्या बताया है। उसकी नानी ने कहा कि अरुण हॉस्टल के कमरे में अकेला रहता था। हॉस्टल प्रबंधन को इसकी जानकारी थी। उसको किसी और के साथ एडजस्ट आखिर क्यूं नहीं किया गया। बताया कि तीन भाईयों में से एक अरुण मूल रूप से पठानकोट में रहता था। लेकिन उन्होंने उसे शिक्षा के लिए अपने पास बुला लिया था। अरुण के माता पिता इतने समृद्ध नहीं थे, लिहाजा उन्होंने अपने स्तर पर उसका दाखिला बिलावर के निजी स्कूल में करवाकर, वहीं बारहवीं तक पढ़ाई पूरी करवाई। इसके बाद उसके साथी जब डिग्री कॉलेज कठुआ पढ़ने के लिए आए तो अरुण ने भी यहीं दाखिला ले लिया था।