बौल और समूरकला के विभिन्न चेक डैमों में डाले गए 70 हजार मछली बीज
ऊना/सुशील पंडित: प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हिमाचल में मत्स्य पालन को एक सशक्त माध्यम के रूप में बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी कड़ी में रविवार को कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के बौल और समूरकला में स्थित विभिन्न चेक डैमों में 70,000 मछली बीजों का संचयन किया गया।
यह पहल स्थानीय विधायक विवेक शर्मा के नेतृत्व तथा मत्स्य विभाग के निदेशक विवेक चंदेल के मार्गदर्शन में की गई। इस अवसर पर विधायक विवेक शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के दूरदर्शी नेतृत्व में प्रदेश सरकार मत्स्य पालन जैसी लाभकारी गतिविधियों को प्रोत्साहित कर ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने हेतु निरंतर प्रयासरत है।
विधायक ने कहा कि मछली पालन एक ऐसा व्यवसाय है जो कम लागत में अधिक लाभ देने की क्षमता रखता है। यह न केवल युवाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाएगा, बल्कि समाज को पौष्टिक आहार तथा प्रदेश को आर्थिक मजबूती भी प्रदान करेगा। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे इस क्षेत्र में आगे आएं और मत्स्य पालन को अपनी आजीविका का माध्यम बनाएं।उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक जल संसाधनों की दृष्टि से समृद्ध राज्य है और इन संसाधनों के सही दोहन से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि सतत और पर्यावरण-संवेदनशील विकास भी सुनिश्चित होगा।
इस अवसर पर उपस्थित मत्स्य पालन विभाग ऊना के सहायक निदेशक विवेक शर्मा ने कहा कि विभाग निदेशक विवेक चंदेल के नेतृत्व में मछली पालन को प्रोत्साहन देने हेतु युवाओं को प्रशिक्षण, तकनीकी सहयोग एवं वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।