नई दिल्लीः पुलिस की द्वारका जिला टीम ने गैंगस्टर्स और उनके सहयोगियों के खिलाफ रविवार रात से बड़े और कोऑर्डिनेटेड अभियान की शुरुआत की। डीसीपी द्वारका अंकित सिंह के नेतृत्व में बनाए गए 25 विशेष दलों में कुल 380 पुलिसकर्मी शामिल थे। दरअसल, राजधानी में बढ़ते अपराधों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर्स और उनके सहयोगियों के खिलाफ ऑपरेशन लॉन्च किया है। इसके तहत द्वारका इलाके के गैंगस्टरों के खिलाफ रातभर रेड की कार्रवाई की, जिसमें 26 जगहों पर एक साथ छापेमारी हुई। इससे गैंगवार, हत्या, लूटपाट और ड्रग्स तस्करी के नेटवर्क को ध्वस्त करने का लक्ष्य है।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई हत्या, गोलीबारी, उगाही और लूट की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए की जा रही है। पुलिस की ये रेड्स दिल्ली के द्वारका, आउटर नॉर्थ, नॉर्थईस्ट, नरेला, कांझावाला और संगम विहार जैसे इलाकों में हुईं। रात के अंधेरे में शुरू हुई इस कार्रवाई में बुलेटप्रूफ गाड़ियां, लग्जरी कारें, भारी मात्रा में कैश और हथियार बरामद हुए। दिल्ली पुलिस की इस रेड में कुख्यात गैंगस्टर कपिल संगवान (अभी फरार), काला जठेड़ी, मंजीत महल और लॉरेंस बिश्नोई जैसे गुटों के सहयोगियों के ठिकानों पर फोकस रहा। डीसीपी अंकित सिंह ने बताया, ‘हमने 26 संदिग्ध ठिकानों पर सघन तलाशी ली, जिसमें 20 से ज्यादा संदिग्धों को हिरासत में लिया गया।
बरामदगी में एक बुलेटप्रूफ फॉर्च्यूनर कार, मर्सिडीज, ऑडी जैसी लग्जरी कारें, 3 पिस्टलें (7 राउंड के साथ), 20 लाख रुपये से अधिक कैश, 22.4 ग्राम हेरोइन और 73 ग्राम एम्फेटामाइन मिले हैं।’ यह ऑपरेशन भाजपा नेता सुरेंद्र मटियाला की हत्या से जुड़े जांच का हिस्सा भी लगता है, जिसमें कपिल संगवान गैंग का नाम आया था। पिछले 24 घंटों में दिल्ली पुलिस के पूरे अभियान में 2,000 से ज्यादा अपराधियों को हिरासत में लिया गया, जिसमें नार्को-अफेंडर्स, बूटलेगर्स और गैंगस्टरों के गुर्गे शामिल हैं। ड्रग्स की कीमत 3 करोड़ रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने कहा कि यह अभियान अपराधियों को सख्त मैसेज देने के लिए है और आगे भी जारी रहेगा। स्थानीय निवासियों ने इस कदम का स्वागत किया, लेकिन सुरक्षा बढ़ाने की मांग की।