नागपुरः शहर में हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने एक्शन लेते हुए मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। अब सूचना मिली है कि आज पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मास्टमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, सोमवार रात हुई हिंसा के बाद स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन शहर के कई संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू जारी है। इस बीच नागपुर पुलिस ने बुधवार को फहीम शमीम खान की पहली फोटो जारी की है। फहीम 17 मार्च को शहर में हुए सांप्रदायिक हिंसा का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
38 वर्षीय फहीम खान मेनोरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी का शहर अध्यक्ष है और 2024 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ चुका है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, हिंसा की साजिश पहले से ही रची गई थी, और इसमें कई अन्य संदिग्धों की भूमिका भी हो सकती है। हालांकि, चौंकाने वाली बात यह है कि फहीम खान का नाम अब तक नामजद आरोपियों की सूची में नहीं था।
सोमवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए किए गए आंदोलन के तुरंत बाद फहीम खान द्वारा अपने 40 से 50 कार्यकर्ताओं को जमा किया था और चादर जलाने का विरोध करते हुए गणेश पेठ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाने पहुंचा था। हालांकि रोजा होने के चलते शाम वे सभी वहां से चले गए थे और बाद में रात को करीब 8:00 बजे के दौरान उपद्रवियों की भीड़ ने फहीम समीम खान के नेतृत्व में एकत्रित हुई जिसने देखते ही देखते महाल के आसपास के इलाकों में करीब 2 घंटे तक तांडव किया। सूत्रों की माने तो फहीम खान को पुलिस ने ढूंढ कर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने यह भी संकेत दिया है कि इस मामले में और भी लोगों की संलिप्तता हो सकती है, जिनकी जांच की जा रही है।
इस हिंसा के बाद शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, और रूट मार्च कर स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही हिंसा के पीछे की पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि फहीम खान ने 2024 के लोकसभा चुनाव में नागपुर सीट से अल्पसंख्यक डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से 6.5 लाख से अधिक वोटों के बड़े अंतर से हार गया था। पुलिस आयुक्त रविंद्र कुमार सिंघल ने बताया कि दोपहर बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी। वहीं, एक अन्य अधिकारी ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में दो हजार से अधिक सशस्त्र पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि इसी तरह, त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) और दंगा नियंत्रण पुलिस (आरसीपी) द्वारा पुलिस उपायुक्त रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में गश्त की जा रही है।