नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. पीएम मोदी ने 90 मिनट के अपने इस 10वें संबोधन में 10 की सरकार का हिसाब दिया। पीएम मोदी ने कहा कि इस समय हम जो फैसला लेंगे , वे 1 हजार साल तक भारत की दिशा और भाग्य को लिखने वाले होंगे। पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा।
पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर में हिंसा का दौर चला, वहां बेटियों और महिलाओं के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों से मणिपुर में शांति की खबरें आ रही हैं। देश मणिपुर के साथ है. पीएम मोदी ने कहा कि शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अमृतकाल के इस कालखंड में हम जो करेंगे, जो कदम उठाएंगे, जितना त्याग करेंगे, तपस्या करेंगे, उसका आने वाले एक हजार साल पर प्रभाव होगा। बदलते हुए विश्व को आकार देने में आज 140 करोड़ देशवासियों का सामर्थ्य नजर आ रहा है, आप निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना, लोगों को सशक्त बनाना और भारत को विकसित देश बनाना है.’ जब देश आर्थिक रूप से समृद्ध होता है, तब केवल देश की तिजोरी ही नहीं भरती है बल्कि देश का सामर्थ्य भी बढ़ता है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘2014 में हम वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे, आज 140 करोड़ देशवासियों का पुरूषार्थ रंग लाया और हम विश्व की 5वीं अर्थव्यवस्था बन चुके हैं। यह ऐसे ही नहीं हुआ है, हमने लीकेज बंद किया, मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई, गरीब कल्याण के लिए ज्यादा से ज्यादा धन खर्च करने का प्रयास किया.’ उन्होंने कहा कि विश्वभर में भारत की चेतना के प्रति विश्वास पैदा हुआ है। मेरी सरकार और मेरी देशवासियों का मान राष्ट्र प्रथम के वाक्य से जुड़ा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमें संतुलित विकास पर बल देना है, क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करना है। कोविड महामारी के बाद एक नयी वैश्विक व्यवस्था, एक नया भूराजनीतिक समीकरण बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है.’ उन्होंने कहा कि आज दुनिया महंगाई की समस्या से जूझ रही है। हम जब सामान बाहर से मंगाते हैं तब महंगाई भी आती है, देश में महंगाई का बोझ कम से कम हो, इस दिशा में हमारा प्रयास जारी रहेगा।
लोकसभा चुनाव 2024 का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हम जिन योजनाओं का शिलान्यास करते हैं, उनका उद्घाटन भी करते हैं, इन दिनों जिन योजनाओं का शिलान्यास कर रहा हूं, उसका भी उद्घाटन करना जनता ने हमारे ऊपर छोड़ा है।
अगले साल इसी लाल किले से झंडा फहराऊंगा। उन्होंने यह भी कहा, ‘स्थिर सरकार चाहिए, पूर्ण बहुमत वाली सरकार चाहिए और 30 साल के अनिश्चितता के कालखंड के बाद देश के लोगों ने एक स्थिर सरकार दी, 2014 और 2019 में एक पूर्ण बहुमत वाली, स्थिर सरकार बनाई तो मोदी में सुधार की हिम्मत आई. “मैं तिरंगे को साक्षी मानकर अपने देशवासियों को 10 साल का हिसाब दे रहा हूं” हमने सहकार से समृद्धि का रास्ता अपनाया है।