यमुनानगरः हरियाणा के यमुनानगर जिले में मंगलवार सुबह हाईवोल्टेज तारों की चपेट में आने से 2 कांवड़ियों की मौत हो गई, जबकि 2 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब रादौर के गांव गुमथला से हरिद्वार डाक कांवड़ लेने जा रहे कांवड़ियों से भरी एक पिकअप गाड़ी हाईवोल्टेज बिजली के तारों की चपेट में आ गई। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैला दी है। बताया जा रहा है कि गांव गुमथला से 14 से 15 लोग हरिद्वार से डाक कांवड़ लाने के लिए गांव के मंदिर के पास इकट्ठे हुए। सभी ने महिंद्रा पिकअप में सवार होने से पहले गांव के मंदिर में मत्था टेका। मंदिर मे मत्था टेकने के बाद सभी पिकअप में सवार हो गए। जब थोड़ी दूर गाड़ी चली तो गली में नीचे लटक रही केबल के तार को डंडे से ऊपर उठाने लगे तो केबल के ऊपर से गुज़र रही बिजली के तार की चपेट में आने से गाड़ी में करंट आ गया। गाड़ी के तीन टायर फट गए।
करंट की चपेट में आने से गांव गुमथला के हरीश कुमार (40) व कुलदीप कुमार (45) की मौत हो गई । तीन अन्य घायल हो गए। ग़नीमत यह रही कि गाड़ी के करंट की चपेट में आने से बाक़ी सवार कांवड़ियों ने कूद कर अपनी जान बचाई। हादसे के बाद तुरंत गांव के लोगों ने बिजली की लाइन को काट दिया। हादसे की सूचना मिलते ही जठलाना पुलिस की टीम मौक़े पर पहुंच गई । पुलिस ने दोनों शवों को क़ब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल हॉस्पिटल यमुनानगर भेज दिया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, कांवड़ियों ने बारिश से बचने के लिए पिकअप गाड़ी पर तिरपाल डाली हुई थी। इस तिरपाल को सहारा देने और उसे ठीक से रोकने के लिए बीच में लोहे का एक पाइप लगाया गया था।
जब उनकी गाड़ी गांव की गलियों से गुजर रही थी, उसी दौरान तिरपाल से ऊपर निकला वह लोहे का पाइप गांव में बिजली सप्लाई कर रही हाईवोल्टेज लाइन के संपर्क में आ गया। जैसे ही लोहे का पाइप बिजली के तार के संपर्क में आया, पूरी गाड़ी में तेज करंट दौड़ गया। करंट का झटका इतना जोरदार था कि गाड़ी में सवार लोगों को ज़बरदस्त बिजली का झटका लगा और साथ ही गाड़ी के तीन टायर भी फट गए। यह मंजर देखकर मौके पर मौजूद लोग सहम गए। घटना की सूचना मिलते ही कुछ ही देर में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायलों को तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में डॉक्टरों ने कुलदीप और हरीश को मृत घोषित कर दिया। रिंकू और सुमित की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिनका इलाज चल रहा है। वहीं, लगभग 5 से 6 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।