गुरदासपुरः पहाड़ी इलाकों में बारिश का कहर जारी है, जिससे कई लोगों प्रभावित हुए हैं। वहीं इसका असर मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है, क्योंकि पहाड़ी इलाकों से ज्यादातर पानी डैम के जरिए पंजाब में भेजा जा रहा है जिससे निचले इलाके डूबने की कगार पर हैं। पंजाब के 5 से 7 जिलों सहित हजारों गांव में बाढ़ का कहर जारी है। लोगों को अब खाना-पानी और पशुओं के चारे की फिक्र भी सताने लगी है, लेकिन दूसरी और जहां बाढ़ का पानी नहीं आए है वहां से लोग बाढ़ प्रभावितों को मदद पहुंचाने के लिए आगे आ रहे हैं। पंजाब के अलग-अलग इलाकों से नौजवान व अन्य लोग जागरूक होकर आगे आ रहे हैं और चारा व खाने की कई चीजे पीड़ित लोगों तक पहुंचा रहे हैं।
इस कड़ी में बाढ़ की चपेट में आए हरदोरवाल कलां और खुर्द में अमृतसर और अन्य इलाकों से लोग तूड़ी और खाने की चीजें लेकर पहुंचे। मजीठा के वीरो मंडाला गांव से पहुंचे बचितर सिंह ने बताया कि वह गुरु नानक यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी हैं और अपने दोस्तों के साथ खाने की चीजे लेकर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि आज पंजाब में जब आफत आई है तो सिर्फ पंजाब के लोग ही आपस में अपनी मदद कर रहे हैं, लेकिन जब कभी दूसरे राज्यों में कोई जरूरत पड़ती थी तो पंजाबी इकट्ठे होकर मदद करने के लिए सबसे आगे रहते थे।
पंजाब अपनी मदद खुद कर लेगा, लेकिन अब सरकार को भी चाहिए कि वह आगामी नुक्सान से बचने के लिए पूरे प्रबंध करें, ताकि अगर कोई ऐसी स्थिति आ जाए तो उससे निपटा जा सके। इसी के साथ अमृतसर और अन्य इलाकों से भी लोग मदद के लिए पहुंचे। कइयों ने तूड़ी की ट्रालियां तो कइयों ने ब्रेड, पानी और खाने का अन्य सामान लाया था। वहीं प्रशासन भी लोगों की मदद के लिए सतर्कता से काम कर रहा है।