ऊना/ सुशील पंडित: उपमंडल बंगाणा की सोलहसिंगी धार में स्थित पीपलू पंचायत के गांव हटवाना में इन दिनों भारी दहशत है। इस डर का कारण बना है एक तेंदुआ, जिसने पिछले 12 दिनों में गांव के 16 से अधिक घरों से पालतू कुत्तों को उठा लिया है। यह तेंदुआ अब न सिर्फ पालतू जानवरों के लिए, बल्कि इंसानी जीवन के लिए भी बड़ा खतरा बन चुका है। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार बीते 12 दिनों से यह तेंदुआ रात के समय गांव में प्रवेश करता है और चुपचाप पालतू कुत्तों को उठा ले जाता है। सुबह ग्रामीण जब अपने घरों से बाहर निकलते हैं, तो कई बार उन्हें गांव से सटे जंगल में पालतू कुत्तों के पिंजर दिखाई देते हैं, जिससे साफ होता है कि तेंदुआ अपने शिकार को वहीं ले जाकर मारता है। इससे गांव वालों में जबरदस्त डर का माहौल बन गया है।
बी.डी.सी. सदस्य राज कुमार मनकोटिया ने बताया कि तेंदुए की सक्रियता से गांव में दहशत का माहौल है। रात के अंधेरे में यह तेंदुआ कभी भी किसी इंसान पर हमला कर सकता है। राज कुमार मनकोटिया ने वन विभाग से हटवाना गांव में तुरंत पिंजरा लगाने की मांग की है ताकि तेंदुए को पकड़ा जा सके। उन्होंने बताया कि पहले भी ऐसे मामलों में वन विभाग ने सक्रियता दिखाई है और पिंजरा लगाकर तेंदुए या अन्य हिंसक जानवरों को पकड़ा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि जंगलों में भोजन और पानी की कमी, साथ ही इंसानी गतिविधियों के कारण वन्यजीवों का प्राकृतिक आवास सिमटता जा रहा है। इसके चलते तेंदुए जैसे जानवर इंसानी बस्तियों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे इस प्रकार की घटनाएं बढ़ रही हैं। हटवाना गांव की इस समस्या का तात्कालिक समाधान तो तेंदुए को पकड़कर जंगल में छोड़ना या किसी सुरक्षित वन क्षेत्र में स्थानांतरित करना हो सकता है, लेकिन दीर्घकालिक समाधान के लिए जरूरी है कि वन्यजीवों के प्राकृतिक आवासों की रक्षा की जाए।
जब डीएफओ सुशील राणा से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि वन विभाग को इस बारे में सूचना मिल चुकी है। हमारी टीम जल्द ही हटवाना गांव का दौरा करेगी आवश्यक हुआ, तो मौके पर पिंजरा लगाकर तेंदुए को पकड़ने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्थानीय गांव के लोग सतर्क रहें। और रात के समय सर्तकता के साथ सफर करें।