पंचकूला: पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कई राज्यों में हत्या, लूट, डकैती और चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले कुख्यात गुलैल गैंग उर्फ कच्छा बनियान गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी मध्यप्रदेश के आदिवासी और घने जंगलों वाले इलाकों से ताल्लुक रखते है। डीसीपी क्राइम अमित दहिया के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच सेक्टर-26 की टीम के इंस्पेक्टर दलीप सिंह ने टीन सहित आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इस शातिर गैंग की पहचान एक आरोपी के हाथ पर बने टैटू से की, जो पंचकूला की एक वारदात के दौरान सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था। टैटू के आधार पर ही आरोपियों की पहचान कर दबोचा है। डीसीपी क्राइम अमित दहिया ने बताया कि यह गैंग बेहद योजनाबद्ध तरीके से वारदात को अंजाम देते थे। वारदात से पहले इलाके की रेकी करते, फिर सुनसान और बंद घरों को टारगेट किया जाता। वारदात से पहले यह आरोपी शराब का सेवन करते और ट्रेनों से सफर कर घटनास्थल तक पहुंचते।
घर में घुसने के बाद परिवार को एक कमरे में बंद कर देते और यदि कोई विरोध करता, तो गुलैल या लोहे की रॉड से हमला कर देते। इनका उद्देश्य सिर्फ चोरी नहीं बल्कि लूट, डकैती और हत्या करना भी रहा है। आरोपी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते थे और वारदात के बाद जंगलों में जाकर छिप जाते थे। यह गैंग पिछले 15–20 दिनों में फरीदाबाद में 40 लाख की डकैती समेत देशभर में करीब 30 से अधिक संगीन वारदातों में शामिल रहा है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक आरोपी के चाचा मोर सिंह ने 2016 में मध्यप्रदेश में आरबीआई के पैसों से भरी ट्रेन की छत काटकर करीब 6 करोड़ की लूट की वारदात में शामिल था।
डीसीपी क्राइम अमित दहिया ने आम जनता से अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि नजर आती है या ऐसे अपराधियों के बारे में जानकारी है, तो वे बेझिझक उनके नंबर 81466-30006 पर संपर्क करें। उनकी पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।