ऩई दिल्ली: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असिम मुनीर के बयान के बाद अब सनसनी फैल गई है। उन्होंने अमेरिका में एक कार्यक्रम में यह कहा है कि अगर भविष्य में भारत के साथ युद्ध में पाकिस्तान का वजूद खतरे में पड़ा तो वो परमाणु हथियार का इस्तेमाल करेंगे और दुनिया का आधा हिस्सा अपने साथ में ले जाएंगे परंतु क्या यह धमकी सच में इतनी गंभीर है क्या यह सिर्फ बयानबाजी है। तो चलिए आपको बताते हैं कि इस धमकी के पीछे क्या कारण है?
ड्रोन और हवाई खतरों से निपटने के लिए एडवांस रडार सिस्टम लाने की तैयारी में भारतीय सेना के आसीम मुनीर ने एक कार्यक्रम में यह बयान दिया है। वहां उन्होंने भारत के खिलाफ परमाणु युद्ध की बात कही। उनका कहना था कि यदि पाकिस्तान के अस्तित्व को कोई खतरा हुआ तो वे पीछे नहीं हटेंगे और आधा विश्व तबाह कर देंगे। उनका यह बयान उस समय सामने आया जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पहले से ही ऑपरेशन सिंदूर के चलते बढ़ा हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह पहली बार है जब किसी देश ने अमेरिकी धरती पर तीसरे देश (भारत) के खिलाफ परमाणु धमकी दी है जिससे यह बयान और भी गंभीर माना जा रहा है। इस बयान पर सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या मुनीर को कारगिल युद्ध (1999) की याद भूल गई है? उस समय भी भारत और पाकिस्तान के बीच में जंग हुई थी परंतु भारत ने अपनी सैन्य ताकत और रणनीति से बाजी मारी थी। कारगिल में पाकिस्तान को भारी नुकसान भी हुआ था।
उसने परमाणु हथियार का इस्तेमाल नहीं किया था भले ही उसने धमकियां दी थी। कई विशेषज्ञों का यह मानना भी है कि आज भी पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ था। उसने परमाणु हथियार का इस्तेमाल नहीं किया था भले ही उसने धमकियां दी थी। कई विशेषज्ञों का यह मानना है कि आज भी पाकिस्तान की परमाणु धमकी ज्यादा बयानबाजी है क्योंकि वास्तव में युद्ध के हालात में इसको लागू करना मुश्किल हो जाएगा।
आखिर क्यों दे रहे मुनीर ऐसे बयान?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि मुनीर का यह बयान भारत को डराने और अंतरराष्ट्रीय मंच पर ध्यान खींचने की कोशिश हो सकती है। अमेरिका में यह बयान देकर वो शायद अपनी सेना की कमजोरियों को छुपाना चाहते हैं और भारत पर दबाव बनाना चाहते हैं परंतु भारत ने पहले भी ऐसी धमकियों का जवाब सैन्य कार्रवाई से दिया है जैसे कि बालाकोट और ऑपरेशन सिंदूर।