जबलपुरः चिकित्सा जगत में महंगे इलाज के दौर में जबलपुर में महज 20 रूपए में मरीजों को राहत देने वाले डॉ. एमसी डाबर का आज 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। चिकित्सक पद्मश्री डॉ मुनीश्वर चंद्र डावर ने सुबह 9.30 बजे अतिंम सांस ली। उन्होंने अपने संपूर्ण जीवन को गरीब और जरूरतमंद मरीजों की सेवा को समर्पित कर दिया था।
मामूली फीस लेकर लोगों का इलाज करने वाले डॉ. डाबर को उनकी नि:स्वार्थ चिकित्सा सेवाओं के लिए भारत सरकार ने 2023 में पद्मश्री से सम्मानित किया था। पद्मश्री डाबर की अतिम यात्रा उनके निज निवास से शाम 4 बजे गुप्तेश्वर मुक्तिधाम के लिए प्रस्थान करेगी। 16 जनवरी, 1946 को पंजाब, पाकिस्तान में जन्मे डॉ. एम सी डाबर विभाजन के बाद अपने माता-पिता के साथ भारत आ गए।
1967 में उन्होंने प्रदेश के जबलपुर से एमबीबीएस (बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी) पूरा किया। उन्होंने 1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान भारतीय सेना में एक वर्ष तक सेवा भी की है। 1972 से, वह जबलपुर में लोगों को बहुत मामूली शुल्क पर स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करने में लगे हुए थे। उन्होंने शुरूआत में लोगों का इलाज करने के लिए 2 रुपये चार्ज किए और वर्तमान में वह अपनी फीस के रूप में 20 रुपये ले रहे हैं।