नागपुर: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने देश के तीन राज्यों के 7 ठिकानों पर छापेमारियां की हैं। एनआईए की यह रेड टेरर लिंक्स से जुड़े मामले में की गई है। गजवा-ए-हिंद नाम के संगठन से जुड़े तीन राज्यों के ठिकानों पर एनआईए ने आज (वीरवार) सर्च ऑपरेशन शुरू किया। महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश के अलग-अलग ठिकानों पर इस संगठन के खिलाफ कार्रवाई की गई है। गजवा-ए-हिंद संगठन पर आरोप है कि यह आतंकी संगठन अल कायदा के साथ मिल कर काम कर रहा है और देश विरोधी साजिशों को अंजाम देने की कोशिशों में लगी हुई है।
महाराष्ट्र की बात करें तो नागपुर शहर के तीन ठिकानों पर छापेमारियों को अंजाम दिया गया है। आज सुबह चार बजे के करीब एनआईए की 20 अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम दिल्ली से आई। इसके बाद इस टीम ने नागपुर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मिलकर नागपुर के सतरंजीपुरा की बड़ी मस्जिद के इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। एनआईए अधिकारी गुलाम मुस्तफा नाम के शख्स को ढूंढ रहे थे।
एनआईए को यह इनपुट मिला था कि वो नागपुर की बड़ी मस्जिद के इलाके में गुलाम मुस्तफा नाम का शख्स रह रहा है, जो आतंकी गतिविधियों में शरीक है। गजवा-ए-हिंद के अलकायदा से टेरर लिंक के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए यहां इस सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए बड़ी तादाद में पुलिस दल को तैनात किया गया। ‘द हिंदू’ की रिपोर्ट के मुताबिक 7 ठिकानों की बजाए तीनों राज्यों के तीन-तीन ठिकानों पर छापेमारियां की गई हैं। छापेमारियों के दौरान कुछ लोगों को पकड़कर पूछताछ की गई।
आरोप है कि देश में टेरर फैलाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर युवाओं का ब्रेन वॉश किया जा रहा है। 22 जुलाई 2022 को गजवा-ए-हिंद मामले में पटना के फुलवारी शरीफ पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था। जांच और पूछताछ के बाद एक मरगुब अहमद दानिश नाम के आरोपी के बारे में कहा गया था कि वह गजवा-ए-हिंद के नाम से एक वाट्सअप ग्रुप बनाकर युवाओं को टेरर फैलाने के लिए भड़का रहा है। उसके बारे में एनआईए की ओर से कहा गया था कि वह कई विदेशी संगठनों के संपर्क में है।
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