रुद्रप्रयाग: पहाड़ों में देर रात से लगातार भारी बारिश जारी है। बारिश के कारण अलकनंदा और मंदाकिनी नदी विकराल रूप धारण करके बह रही है। बदरीनाथ और केदारनाथ हाईवे पर भी जगह-जगह बोल्डर व मलबा गिर रहा है, जिस कारण चारधाम यात्रियों को भी परेशानियां हो रही हैं। केदारनाथ हाईवे के मुनकटिया में पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर आने से मार्ग बंद हो गया था। इससे केदारनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को सोनप्रयाग में ही रोका गया। उत्तराखंड में भी भारी बारिश और भूस्खलन को लेकर चेतावनी जारी की गई है। उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। पहाड़ियों के खिसकने और दरकने से यातायात मार्ग को नुकसान का खतरा बताया गया है। वहीं, बदरीनाथ हाईवे समेत 30 से अधिक लिंक मार्ग को बंद कर दिया गया है।
चमोली जिले में रातभर हुई भारी बारिश के चलते जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बदरीनाथ हाईवे कई स्थानों जैसे पीपलकोटी, नंदप्रयाग और ऊमट्टा में मलबा आने के कारण अवरुद्ध हो गया है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले 30 से अधिक लिंक मार्ग भी बंद पड़े हैं। जिला प्रशासन और संबंधित विभागों द्वारा इन मार्गों को सुचारु करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। लगातार बारिश के चलते कई इलाकों में सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिससे आवाजाही में कठिनाई हो रही है। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
मौसम विभाग ने भी अगले कुछ घंटों के लिए सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। राज्य के चमोली जनपद के चमोली सब डिवीजन, रूद्रप्रयाग जनपद के रूद्रप्रयाग एवं ऊखीमठ सब डिवीजन, टिहरी जनपद के घनसाली, नरेंद्रनगर एवं धनोल्टी सब डिवीजन तथा उत्तरकाशी जनपद के डुण्डा एवं चिन्यालीसौड़ सब डिवीजनों में भूस्खलन होने की संभावना है, साथ ही भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून द्वारा जनपद टिहरी, उत्तरकाशी एवं रूद्रप्रयाग हेतु भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है।
संवेदनशील इलाकों में भारी वर्षा से भूस्खलन की आशंका जताई गई है, जिससे यातायात बाधित होने की संभावना है। सभी संबंधित विभागों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। संबंधित विभागों को आवश्यक उपकरणों के साथ तैयार रहने और लगातार निगरानी करने को कहा गया है। पर्यटक स्थलों और संवेदनशील मार्गों पर विशेष सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं। भारी वर्षा की स्थिति में पर्यटकों और पैदल यात्रियों की आवाजाही पर भी रोक लगाने के निर्देश हैं।
संवेदनशील मार्गों एवं भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों पर भूस्खलन सम्बन्धी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए यथा जरूरी उपकरणों जैसे कि जेसीबी मशीन, पौकलैण्ड, मानव संसाधन एवं अन्य आवश्यक उपकरण आदि की समुचित व्यवस्था करना सुनिश्चित की गई है। इसके साथ ही भूस्खलन सम्भावित क्षेत्रों में यात्रियों एवं वाहनों की सुरक्षित यात्रा के लिए सचेत किया जाय तथा सावधानी बरती जाय, सम्भावित भूस्खलन वाले क्षेत्रों में साइनेज आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी आपात स्थिति में सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर समस्त सम्बन्धित अधिकारी किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना SEOC, राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के फोन नम्बरों 0135-2710335, 0135-2710334, टोल फ्री नं0 1070, 9058441404 एवं 8218867005 पर तत्काल उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करेंगे।