नई दिल्ली : उत्तराखंड में कुदरत कहर बरपा रही है। केदारघाटी में भीमबली के बाद बादल फटने के बाद आए सैलाब से करीब 30 मीटर रास्ता टूट गया है। वहीं मंदाकिनी नदी उफान पर है, जिसका असर गौरीकुंड के पास गर्मकुंड पर भी पड़ा है। सोनप्रयाग में नदी के किनारे रह रहे लोगों को हटा लिया गया है।
सूबे में तीन जगहों पर बादल फटा है। टिहरी के घनसाली में बादल फटने से एक ही परिवार के 2 लोगों की मौत हो गई जबकि एक शख्स घायल है। मंदाकिनी नदी का जल स्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया है। केदारनाथ धाम की तरफ जाने वाले पैदल रास्ते पर भीम बली में बादल फटने के बाद मूसलाधार बारिश हुई।
रास्ते में भारी बोल्डर और मलबा आने से पैदल रास्ते का करीब 30 मीटर हिस्सा टूट गया है जिसके चलते आवाजाही बंद हो गई है। रास्ता बंद होने से भीमबली में करीब 150 से 200 तीर्थयात्री फंस गए। इन यात्रियों को सुरक्षित जगहों तक पहुंचाया गया। पानी इतना ज्यादा है कि आधी रात को सोनप्रयाग कस्बे में नदी के किनारे से लोगों को हटाया गया।