चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पंजाब–यू.के. रणनीतिक संवाद सत्र की अध्यक्षता करते हुए ब्रिटेन के साथ मजबूत और व्यापक रणनीतिक एवं व्यावसायिक संबंधों पर जोर दिया। ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर अल्बा समैरिग्लियो और यू.के. की बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि पंजाब पारंपरिक के साथ-साथ उभरते क्षेत्रों में भी यू.के. के साथ साझेदारी बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने उच्च शिक्षा, टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग, ऑटो कंपोनेंट्स, कृषि व फूड प्रोसेसिंग के साथ फार्मास्यूटिकल, स्वास्थ्य सेवाएं, आईटी और व्यावसायिक सेवाओं को सहयोग के प्रमुख क्षेत्र बताया।

मुख्यमंत्री ने पंजाब की निवेश क्षमता को रेखांकित करते हुए कहा कि राज्य में पांच हवाई अड्डों, मजबूत राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क और विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी के साथ कुशल, किफायती और शांतिपूर्ण श्रमबल उपलब्ध है। उन्होंने ‘इन्वेस्ट पंजाब’ के सिंगल-विंडो और डीम्ड अप्रूवल सिस्टम, फास्ट-ट्रैक पोर्टल और निवेशक-अनुकूल नीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये सभी पहलें प्रक्रियाओं को सरल बनाकर निवेशकों का भरोसा मजबूत करती हैं। उन्होंने यू.के. निवेशकों को पंजाब में कारोबार शुरू करने या विस्तार करने का आमंत्रण दिया और 2026 में होने वाले पंजाब प्रगतिशील निवेशक सम्मेलन में विशेष यू.के. सत्र आयोजित करने का प्रस्ताव रखा।
भविष्य की रणनीति साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यू.के. से नया निवेश पंजाब के युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित करेगा और पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों, पराली प्रबंधन तथा नवाचार को बढ़ावा देगा। उन्होंने बताया कि राज्य में वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है और ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ‘पहल’ जैसे स्व-सहायता समूहों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पंजाब-यू.के. के ऐतिहासिक और भावनात्मक संबंधों को याद करते हुए उन्होंने यू.के. विश्वविद्यालयों और उद्योगपतियों से पंजाब में निवेश, शिक्षा, शोध और कौशल विकास के क्षेत्र में साझेदारी बढ़ाने की अपील की, वहीं ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर अल्बा समैरिग्लियो ने दोनों देशों के बीच सहयोग की व्यापक संभावनाओं पर भरोसा जताया।