एक माह से खाली था राज्य ड्रग कंट्रोलर का महत्वपूर्ण पद
बददी/सचिन बैंसल: हिमाचल राज्य दवा नियंत्रक का एक महीने से रिक्त पड़ा पद बुधवार को राज्य के सहायक दवा निंयत्राक का कार्यभार संभाल रहे मनीष कपूर को मिले अतिरिक्त कार्यभार के साथ पूर्ण हो गया । जिससे प्रदेश के दवा उद्योगपतियों में जल्द कार्य निपटने की उम्मीद जगी है । गौरतलब है कि 30 दिसंबर को राज्य दवा निंयत्रक नवनीत मरवाह की सेवानिवृति के पश्चात यह पद खाली पड़ा था जिसकी वजह से प्रदेश के दवा उद्यमी बहुत ज्यादा परेशान थे खासकर जिनकी दवाईयां विदेशों में निर्यात होती थी वह पूरी तरह से बंद हो चुकी थी । निर्यात न होने से उनका आर्थिक तौर पर नुक्सान भी हो रहा था। इसकी वजह से सरकार का भी करोडों रूपये का राजस्व का नुकसान हो रहा था। विभिन्न उद्योग संगठनों ने यह मुददा जोरशोर से उठाया था।
बुधवार को जैसे ही मनीष कपूर ने अतिरिक्त कार्यभार मिलने के बाद राज्य ड्रग कंट्रोलर का कार्यभार संभाला उद्योगपतियों व उद्योग संगठनों का बधाई संदेश देने के लिए सरकारी कार्यालय में तांता लग गया । हिमाचल ड्रग मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. राजेश गुप्ता, महामंत्री मुनीष ठाकुर, उपाध्यक्ष सतीश सिंघल, राजेश बंसल, फेडरेशन ऑफ इंडियान इंडस्ट्री के प्रदेश अध्यक्ष चिंरजीव ठाकुर, अखिलेश यादव, युवराज सिंह, प्रांत महामन्त्राी अनिल मलिक, देवेन्द्र राणा, लघु उद्योग संघ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक राणा, चेयरमैन विचित्र सिंह पटियाल, राजीव कंसल, वित सचिव सतपाल जस्सल ने राज्य दवा निंयत्रक से मिलकर उन्हें नए दायित्व की बधाई दी तथा लंबित पड़ी फाईलों को अतिशीघ्र निपटाने का आग्रह किया ।बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पहली प्राथमिकता को बताते हुए राज्य ड्रग कंट्रोलर मनीष कपूर ने कहा कि हिमाचल में बन रही दवाओं की गुणवत्ता और समयबद्व अवधि में सभी मामलों का निपटारा करने की प्राथमिकता रहेगी ।उन्होने कहा कि विभाग में और ज्यादा तेज गति से कार्य होंगे और कोई भी काम लंबित नहीं रखा जाएगा। सरकार के दिशा निर्देश अनुसार दवा उद्योग जगत को बढ़ावा दिया जाएगा।
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