इंदौर: मध्य प्रदेश का मिनी मुंबई यानी इंदौर मध्य प्रदेश की राजनीति में लोकसभा चुनावों में चौकाने वाले आकंड़े सामने आए है। मीडिया के अनुसार लोकसभा चुनाव 2024 में इस संसदीय क्षेत्र में चुनाव बिल्कुल ठंडा रहा। इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अप्रत्याशित ढंग से चुनावी नामांकन वापस लेकर सियासी हलकों में खलबली मचा दी थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लोगों ने नोटा को 1.96 लाख वोट डालकर पार्टियों के खिलाफ जमकर गुस्सा निकाला।
इंदौर में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को वोटिंग हुई थी। इस सीट पर 61.67 फीसदी मतदान हुआ. इनमें 65.33 प्रतिशत पुरुष और 57.83 फीसदी महिला मतदाता शामिल हैं। इससे पहले 2014 के चुनाव में 62.26% और 2019 में 69.31% वोटिंग हुई थी। 25 लाख से ज्यादा मतदाताओं वाली इंदौर लोकसभा सीट 8 विधानसभा सीट से मिलकर बनी है। इंदौर शहर के 5 विधानसभा क्षेत्रों के अलावा देपालपुर, राऊ और सांवेर सीट इसमें शामिल हैं।
बता दें कि इंदौर लोकसभा सीट पर चुनाव के लिए बीते 25 अप्रैल तक नामांकन भरे गए थे। नाम वापसी के लिए 29 अप्रैल दिन आखिरी दिन था। इससे पहले इस लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया। यही नहीं, कांग्रेस छोड़कर अक्षय बम ने बीजेपी का दामन भी थाम लिया था।