नई दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीजेआई पर जूता फेंकने की कोशिश की गई। इस मामले में आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। लेकिन घटना को लेकर कोर्ट प्रशासन में हड़कंप मच गया। मिली जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीजेआई बीआर गवई पर वकील ने जूता फेंकने की कोशिश की। वहीं इस मामले को लेकर एडवोकेट को मौके पर डिटेन कर दिया गयाहै। घटना के दौरान सीजेआई ने सुनवाई जारी रखी। बताया जा रहा हैकि एडवोकेट ने सुप्रीम कोर्ट में नारेबाजी भी की।

आरोपी शख़्स का नाम राकेश किशोर है। कहा जा रहा हैकि जूता फेंकने की कोशिश से पहले वकील ने चिल्लाते हुए कहा, सनातन का अपमान नहीं चलेगा।’ इस दौरान जस्टिस गवई पूरी तरह शांत रहे। वकील राकेश किशोर को कोर्ट स्टाफ ने पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। इसके बाद जस्टिस गवई ने कहा कि उन्हें इस तरह की घटनाओं से कोई फर्क नहीं पड़ता है। आप लोग अपनी दलीलें जारी रखें।
सुप्रीम कोर्ट में नई दिल्ली जिले के DCP देवेश माहला के साथ सुप्रीम कोर्ट सिक्योरिटी के DCP जितेंद्र मनी भी मौजूद हैं। आरोपी वकील से पूछताछ की जा रही है। दूसरी ओर इस घटना पर एक वकील ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि आज की जो घटना है, वह बहुत ही दुखद है। एक कोर्ट में, वो भी वकील ने अगर असॉल्ट करने का प्रयास किया है, तो हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। देखिए, हमारे बार के वो मेंबर हैं, अभी हमने जांच किया और पता चला कि वो 2011 के मेंबर हैं।”
वकील ने कहा, “यह बहुत ही दुखद घटना है। इसलिए हम कह सकते हैं कि जो पता चला है, वह लॉर्ड विष्णु के मैटर्स में आया कमेंट था, हॉनरेबल CJI के उसी पर ही उन्होंने ऐसा प्रयास (वकील ने जूता फेंकने का प्रयास) किया है। यह बहुत ही दुखद घटना है, हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और अगर यह घटना सच है, तो एक्शन होना चाहिए।”