जयपुर: जेल के अंदर से लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू का मामला सामने आया है। इस दौरान जयपुर पुलिस का बयान भी सामने आया है। जयपुर में ना किसी मीडिया कर्मी को मिलने दिया ना ही इंटरव्यू हुआ। पेशी भी वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हुई। 7 मार्च को पंजाब पुलिस फ्लोरेंस को जयपुर से पंजाब के लिए ले जा चुकी है। पंजाब से जब लॉरेंस बिश्नोई को जयपुर लाया गया था तभी इंटरव्यू का मामला सामने आया है। हालांकि पुलिस की तरफ से भी जवाब सामने आया है। जेल के अंदर लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू का मामला बताया जा रहा है। जयपुर पुलिस का कहना है कि जयपुर में ना किसी मीडिया कर्मी मिलने दिया है ना ही कोई इंटरव्यू हुआ है। पेशी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई है।
बता दें कि पंजाब पुलिस इससे पहले भी ये बयान दे चुकी है। कि उसके कब्जे में रहते हुए इंटरव्यू नहीं हुआ होगा। कई एजेंसियां जांच और पूछताछ के सिलसिले में अपने कब्जे में लेती है। उस दौरान इंटरव्यू हुआ होगा।
गौरतलब है कि 28 जनवरी की रात जयपुर में जी क्लब पर फायरिंग हुई थी। इसी मामले में जयपुर पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर पंजाब की जेल से उसे गिरफ्तार किया था। 16 फरवरी को उसे जयपुर लाया गया था। 7 मार्च को उसे पंजाब पुलिस वापिस ले गई। ये इंटरव्यू 14 मार्च की शाम प्रकाशित हुआ था।
पंजाब और राजस्थान पुलिस दोनों ही इस बात से इनकार कर रही है कि उसके कब्जे में रहते हुए लॉरेंस ने इंटरव्यू दिया। लेकिन अब भी सबसे बड़ा सवाल यही है। कि आखिर लॉरेंस ने जेल में रहते हुए वीडियो कॉल के जरिए इंटरव्यू कैसे दिया। इतने बड़े अपराधी जब जेलों से खुलेआम इंटरव्यू दे रहे है। तो फिर उनके जेल में रहने का क्या मतलब। फिर तो वो जेल से ही सीधे अपनी पूरी गैंग बड़ी आसानी से चला रहे होंगे। जेल से ही रंगदारी फिरौती और मर्डर की वारदातों को बड़ी आसानी से अंजाम दे रहे होंगे। लॉरेंस विश्नोई का ये इंटरव्यू पुलिस सिस्टम और जेल व्यवस्था की पोल खोल रहा है।
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