रायबरेली: ज़िले में हृदयविदारक घटना सामने आई है। यहां छुट्टियों में ननिहाल आये नौ वर्षीय बालक को अगवा कर उसकी हत्या कर दी गई। बच्चे का हाथ पैर बंधा शव पड़ोस के घर से बरामद हुआ है। मामला लालगंज थाना इलाके के सैम्बसी गांव का है। यहां के रहने वाले छोटू मिश्रा की बहन एमपी के विदिशा में ब्याही है। वहां गर्मियों की छुट्टी हुई तो छोटू की बहन अपने नौ वर्षीय इकलौते बेटे आयु उर्फ आयूष तिवारी के साथ घूमने आई थी।
आयु गांव के तीन अन्य बच्चों के साथ घर के बाहर खेल रहा था। उसी दौरान बच्चों की गेंद पड़ोस के घर में चली गई। जिस घर में गेंद गिरी थी वह बंद था। बच्चे गेंद लेने के की कोशिश कर रहे थे तभी पड़ोस का ही रहने वाला 15 वर्षीय बालक आशुतोष अवस्थी वहां पहुंच गया। आयु को गेंद दिलाने की बात कह कर एक मकान की बाउंड्री कूद कर घुस गया। काफी देर तक दोनों वापस नहीं निकले तो अन्य बच्चे अपने घर चले गए। उधर, आयु काफी देर तक घर नहीं पहुंचा तो परिजनों को चिंता हुई।
परिजनों ने आसपास ढूंढने के बाद पुलिस को सूचना दी और साथ में खेलने वाले बच्चों से पूछताछ किया। पुलिस ने साथ खेलने वाले बच्चों से इनपुट के आधार पर आसपास के घरों में दबिश दी तो बंद मकान के बाथरूम से आयु का शव बरामद हो गया। पुलिस के मुताबिक घटना को उसी पंद्रह वर्षीय बालक ने 5 लाख की फिरौती के लिए अगवा किया था। बच्चे ने आरोपी की शिकायत करने की बात कही तो हड़बड़ाहट में उसने आयु का गला घोंट दिया। बाद में उसके शव को हाथ पैर बांधकर बाथरूम में डाल दिया। पुलिस ने नाबालिग आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
