टेकः अगर आपके पास कार है और आप उसे अच्छी कंडीशन में रखना और उसे लंबे समय तक चलाना चाहते है तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा। सबसे जरूरी होता है कार की सर्विस जो कार को उसकी उम्र बढ़ाने में मदद करती है। लेकिन, सिर्फ सर्विस करा लेना ही काफी नहीं है, बल्कि यह भी जानना जरूरी है कि सर्विस कराते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। इससे आप ठगे जाने से बचेंगे और अपनी कार की सही सर्विस भी करा पाएंगे।
सर्विस शेड्यूल का पालन करें
हर कंपनी अपनी कार के लिए एक सर्विस शेड्यूल तय करती है। यह आपकी कार के मैनुअल में लिखा होता है। हमेशा इसी शेड्यूल के हिसाब से सर्विस करवाएं, चाहे वह किलोमीटर के हिसाब से हो या समय के हिसाब से। आमतौर पर हर 6 महीने या 10 हजार किलोमीटर पर कार की सर्विस करवाने की सलाह दी जाती है। रेगुलर सर्विसिंग से गाड़ी के पार्ट्स सही रहते हैं और बड़े खर्चों से बचा जा सकता है।
कहां से सर्विस कराएं?
कार की सर्विस के लिए सही वर्कशॉप चुनें। अगर आपकी कार नई है तो आपको ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है। आपको अपनी कार की सर्विस कंपनी द्वारा अधिकृत सर्विस सेंटर पर ही करवानी चाहिए। यहां प्रशिक्षित मैकेनिक होते हैं और असली पार्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही इससे आपकी गाड़ी की वारंटी भी बनी रहती है। वहीं, अगर आपकी कार पुरानी हो चुकी है तो आप किसी अच्छे और अनुभवी मैकेनिक से कार की सर्विस करा सकते हैं।
सर्विस से पहले दिक्कतें बताएं
कार की सर्विस कराने से पहले अपनी गाड़ी में आ रही सभी दिक्कतों को एक लिस्ट में लिख लें। जैसे कि इंजन से कोई अजीब आवाज आ रही है, ब्रेक लगाने पर आवाज आती है, माइलेज कम हो गया है, कोई लाइट नहीं जल रही है, या कोई और बात। मैकेनिक को ये सारी बातें विस्तार से बताएं ताकि वह सही से उन्हें ठीक कर सके।
बिल जरूर लें और टेस्ट ड्राइव करें
सर्विस खत्म होने के बाद पूरे काम का बिल जरूर लें। बिल में कार में बदले गए सभी पार्ट्स और किए गए काम की डिटेल होनी चाहिए। साथ ही सर्विस के बाद अपनी कार की टेस्ट ड्राइव जरूर लें। इससे आपको यह पता चल जाएगा कि सभी दिक्कतें दूर हुई हैं या नहीं।