मुंबईः बॉलीवुड की दुनिया में फिल्मी सितारों के बीच होने वाले टकरावों का असर न सिर्फ इंडस्ट्री पर बल्कि उनके निजी जीवन पर भी पड़ता है। ऐसा ही एक पुराना विवाद एक बार फिर चर्चा में है, जब अजय देवगन और यशराज फिल्म्स के बीच साल 2012 में बॉक्स ऑफिस क्लैश हुआ था। इस विवाद के बीच अभिनेत्री काजोल खुद को बेहद असहाय महसूस कर रही थीं, क्योंकि वह दोनों पक्षों से जुड़ी थीं।
हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में काजोल ने उस मुश्किल घड़ी को याद किया, जब उनके पति अजय देवगन की फिल्म सन ऑफ सरदार और यशराज बैनर की जब तक है जान एक ही दिन सिनेमाघरों में रिलीज हुई थीं।
“मैं कुछ कर ही नहीं सकती थी”:- काजोल
काजोल ने कहा, “झगड़े हमेशा मुश्किल होते हैं, खासकर तब जब वे जल्दी खत्म नहीं होते। उस समय दोनों ही अपनी-अपनी जगह सही थे। मैं दोनों से जुड़ी हुई थी, तो ऐसा लग रहा था जैसे मैं कुछ कर ही नहीं सकती। बस समय का इंतजार करना पड़ता है ताकि भावनाएं ठंडी हो सकें और चीजें ठीक हो सकें।”
काजोल ने कहा कि बदलाव ही जीवन का स्थायी सत्य है – “बदलाव न अच्छा होता है, न बुरा, वो बस होता है।”
2012 में सन ऑफ सरदार और जब तक है जान एक साथ दीवाली पर रिलीज होने वाली थीं। अजय देवगन की कंपनी ने यशराज फिल्म्स पर आरोप लगाया था कि उन्होंने अपनी पावर का गलत इस्तेमाल कर ज्यादा स्क्रीन अपने नाम करवा लीं, जिससे सन ऑफ सरदार को रिलीज के लिए पर्याप्त थिएटर नहीं मिल पाए। अजय ने इस मामले को कॉम्पिटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) में भी दर्ज करवाया था।
वर्क फ्रंट पर काजोल और अजय देवगन
काजोल आखिरी बार विशाल फुरिया की माइथोलॉजिकल हॉरर फिल्म मां में नजर आई थीं, जिसे दर्शकों और समीक्षकों से खास प्रतिक्रिया नहीं मिली। अब वह सरजमीं फिल्म में इब्राहिम अली खान और पृथ्वीराज सुकुमारन के साथ नजर आएंगी, जो 25 जुलाई को जियो सिनेमा पर रिलीज होगी।
वहीं अजय देवगन सन ऑफ सरदार 2 के साथ एक बार फिर इस फ्रेंचाइज़ी में वापसी करने जा रहे हैं, जिसकी घोषणा हाल ही में की गई है। दर्शकों को एक बार फिर इस एक्शन-कॉमेडी से उम्मीदें हैं।
बॉलीवुड की यह पुरानी खटास अब भले ही बीते दिनों की बात हो, लेकिन इसका असर उन कलाकारों पर भी पड़ा, जो दोनों पक्षों से जुड़े थे, और काजोल की कहानी इसका जिंदा उदाहरण है।