जालंधर, ENS: महानगर के लक्ष्मीपुरा में स्थित St George’s Convent School में हंगामा होने का मामला सामने आया है। बच्चे के परिजनों द्वारा स्कूल में हंगामा किया जा रहा है। परिवार का आरोप है कि फीस में देरी होने के कारण बच्चे को स्कूल से बाहर कर दिया गया और उसे पेपर में बैठने नहीं दिया गया। इस मामले को लेकर 5वीं कक्षा के छात्र की मां ने स्कूल पर गंभीर आरोप लगाए है। वहीं दूसरी ओर स्कूल के प्रेजिडेंट संदीप सोंधी ने कहा कि बच्चे की फीस को लेकर प्रिंसीपल से बात की गई तो जांच में सामने आया है कि बच्चे की फीस काफी देर से पेंडिंग चल रही थी। इस दौरान स्कूल द्वारा फीस अदा करने के लिए पेरेंट्स को कहा गया।
जिसके बाद गुस्से में पेरेंट्स खुद बच्चे को स्कूल से लेकर चले गए। प्रेजिडेंट ने कहा कि प्रिंसीपल ने बच्चे को पेपर में ना बैठने को लेकर जांच की तो पता चला कि बच्चे के पेरेंट्स खुद उसे स्कूल से लेकर चले गए। हालांकि आज भी बच्चा स्कूल पर आया है और उसे पेपर दिलाने के लिए कहा गया। वहीं फीस को लेकर प्रेजिडेंट ने कहा कि अगर वह बच्चों से फीस नहीं लेंगे तो स्कूल के स्टाफ को सैलेरी कहां से दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि हर साल बच्चे के पेरेंट्स से पूरी फीस नहीं ली जाती, बल्कि उसकी फीस भी कुछ माफ की गई है।
प्रेजिडेंट का कहना है कि स्कूल 38 साल से चल रहा है और आज तक किसी भी बच्चे के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया गया। प्रेजिडेंट ने कहा कि अगर कोई बच्चा या उसका पेरेंट्स आकर कह दें कि उसके बच्चे के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है तो स्कूल जिम्मेवार होगा। स्कूल का 100 प्रतिशत रिजल्ट आ रहा है और बच्चे यहां से पढ़कर बड़े होकर अच्छी पोस्ट पर नौकरी कर रहे है। वहीं स्कूल की साफ-सफाई को लेकर लगाए गए महिला के आरोपों को प्रेजिडेंट ने बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि महिला के रिश्तेदारों के बच्चे भी इस स्कूल में पढ़कर गए है। उन्होंने कहा कि वह किसी के बच्चे को घर से लेकर नहीं आए बल्कि बच्चे के परिवार की मजबूरी को समझकर परिवार का पूरा सहयोग किया है और आगे भी करेंगे।
वहीं स्कूल की प्रिंसीपल कीर्ति मल्हौत्रा ने कहा कि जरूरतमंद बच्चों के परिजनों का प्रेजिडेंट द्वारा सहयोग किया जाता है। वहीं इस बच्चे को लेकर कहा कि शुरुआत में एक बार ही बच्चे के परिजनों से एक बार फीस ली गई और उसके बाद से परिजनों द्वारा फीस नहीं अदा की गई। प्रिंसीपल ने कहा कि अप्रैल से अब तक परिजनों द्वारा एक बार ही फीस अदा की गई है। ऐसे में जब क्लर्क द्वारा फीस को लेकर कहा गया तो बच्चे के पेरेंट्स द्वारा स्कूल के बाहर आकर हंगामा करना शुरू कर दिया गया। वहीं स्कूल में पानी की गंदगी को लेकर प्रिंसीपल ने कहा कि स्कूल में पानी की मशीनें लगवाई गई है और बच्चों को साफ पानी मुहैय्या करवाया जाता है। स्कूल प्रशासन ने महिला द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है।