जालंधर, ENS: डिजिटल अरेस्ट के जरिए लोगों से ठगी मारने के मामलों में लगातार बढ़ौतरी हो रही है। वहीं ताजा मामला कनाडा में रह रहे जालंधर मॉडल टाउन के रहने वाले 67 साल के एनआरआई से ठगी सामने आया है। जहां व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट करके उससे 2 करोड़ 9 लाख 80 हजार रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित की पत्नी की शिकायत पर सोमवार को थाना साइबर क्राइम में मामला दर्ज किया गया है। प्राथमिक जांच में यह बात आई है कि यूपी व महाराष्ट्र के बैंक खाते में आरटीजीएस के जरिये पैसे लिए गए और ये खाते बिजनेस से जुड़े हुए हैं। एनआरआई दंपती को 5 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखकर खूब डराया गया।
इस दौरान डीएसपी के नाम पर ठगों ने सीबीआई की धमकियां देकर उनसे डराकर पूछ लिया कि उनके खाते में कितने पैसे है। बोला, आपके पैसे की जांच होनी है। आप सारे पैसे हमें भेज दे। सारे पैसे इंडियन खजाने में जमा कर दिए जाएंगे और जांच पूरी होने के बाद मिल जाएंगे। महिला ने कहा कि वे बूढ़े हैं तो डर गए थे। इसलिए 12 सितंबर को उन्होंने बताए गए बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में अपने खाते से 9.80 लाख आरटीजीएस कर दी।
बुजुर्गों ने बताया कि हमें जांच के नाम पर डराया गया। कहा कि किसी को बताया तो जेल जाएंगे और पैसे नहीं मिलेंगे। 17 सितंबर को फिर दो और बैंक खाते दिए गए, जिनमें 40-40 लाख की आरटीजीएस कर दी। 18 सितंबर को 40-40 लाख तीन बार आरटीजीएस कर दिए। बाद में पता चला कि ठगी हो गई है। पीड़िता ने ठगी को लेकर 1930 पर शिकायत कर दी और पुलिस को एक शिकायत डाक के जरिये भेज दी। पुलिस जांच में पता चला कि ठगों में 80 लाख रुपए एक ही खाते में लिए थे, जबकि बाकी के पैसे 4 अन्य बैंक खातों में। फिलहाल मामले की जांच जारी है। 64 साल की महिला ने कहा कि वे 5 सितंबर को पति के साथ कनाडा में थीं। पति के कैनेडियन मोबाइल नंबर पर इंडिया से एक कॉल आई। कॉलर ने खुद को वाइस हाई कमीशन बताया।
पति से बोला कि आपको इंडिया का एक मोबाइल नंबर भेज रहा हूं, उस पर बात करें क्योंकि आपके खिलाफ कोई इनवेस्टिगेशन चल रही है। महिला ने बताया कि उनके पति ने दिए गए नंबर पर कॉल की तो कॉलर ने कहा, ‘मेरा नाम प्रदीप सावंत है। मैं दिल्ली पुलिस का डीएसपी हूं। आप के नाम पर नई दिल्ली में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया खाता है। इसी साल 14 फरवरी को खाते में 14 मिलियन डॉलर की ट्रांजेक्शन हुई है।’ डीएसपी ने पति को यकीन दिलवाने के लिए उनके कैनेडियन पासपोर्ट का नंबर तक बता दिया। हमें पूछा गया कि आपके खाते में कितने पैसे हैं तो पति ने कहा कि केवल हमारी पेंशन ही है।