जालंधरः वेस्ट में एक नाबालिग की पड़ोसी के घर के वॉशरूम में डेडबॉडी मिलने के मामले में पुलिस की गंभीर लापरवाही सामने आई है। घटना के बाद भार्गव कैंप के ASI मंगत राम को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। मंगत राम ही वह अधिकारी था जो सूचना मिलते ही सबसे पहले मौके पर पहुंचा था। परिजनों ने आरोप लगाए कि अगर पुलिस सही समय पर तलाश करती तो बेटी बच सकती थी। मृतका की मां के अनुसार शाम 4 बजे के बाद बेटी के गायब होने की शिकायत पुलिस को दी गई। सीसीटीवी फुटेज में लड़की को पड़ोसी के घर में जाते हुए देखा गया था, लेकिन बाहर निकलते नहीं पाया गया। इस पर घरवालों ने पुलिस से अंदर जांच करने को कहा।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस के पहुंचने पर घर का गेट खुलवाया गया, लेकिन परिवार को अंदर नहीं जाने दिया गया। ASI मंगत राम अकेले ही घर के अंदर गया, जबकि महिला कॉन्सटेबल मौजूद नहीं थी, जो नियमों के खिलाफ है। लगभग 20 मिनट तक अंदर तलाशी का दावा करने के बाद ASI बाहर आया और बताया कि पूरे घर को चेक कर लिया है, आपकी बेटी यहां नहीं है। इसके बाद पुलिसकर्मी वहां से चला गया और पड़ोसी ने घर का गेट फिर से अंदर से बंद कर लिया।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि ASI ने जांच में गंभीर लापरवाही बरती। अगर वह वॉशरूम तक चेक करता, तो शायद नाबालिग उस समय जिंदा मिल सकती थी। लोगों का कहना है कि समय पर कार्रवाई होती तो लड़की की जान बच सकती थी। मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से ASI मंगत राम को सस्पेंड कर विभागीय जांच शुरू कर दी है। वरिष्ठ अधिकारी मामले की हर एंगल से जांच कर रहे हैं। लोगों में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर रोष है और वे दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
मेयर धीर ने कहा कि बहुत ही दुखद घटना है। जिससे इंसानिय शर्मसार हुई है। इस समय सभी का सिर झुक रहा है। जिस तरह की मासूम के साथ आरोपी ने घिनौनी वारदात को अंजाम देकर कत्ल किया है बहुत दुखद है। इस समय मेरा मन काफी भरा हुआ है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जो भी धारा लगाई जा सकती थी आरोपी पर लगा दी गई है। प्रशासन से मांग है कि इस केस को फास्ट टैग पर ले जाकर आरोपी को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए। एसएआई मंगत राम की ओर से ड्यूटी में की लापरवाही की निंदा करते कहा कि अगर वह अपनी ड्यूटी जिम्मेदारी सही निभाता तो शायद आज लड़की जिंदा होती। एसएसआई को सस्पेंड करने से कुछ नहीं होगा उस पर भी सख्त से सख्त सजा होनी चाहिए।