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Jalandhar News: रूस आर्मी में फंसा हरमिंदर की जान को खतरा, सरकार से की अपील, देखें वीडियो

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अल सुबह गोलियों और धमाकों से गूंजा मॉस्को का इलाका

हवाई अड्डे बंद, बिजली और इंटरनेट सेवाएं प्रभावित

जालंधर, ENS: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग अब एक नए और भयावह मोड़ पर पहुंच चुकी है। कभी मोर्चे पर लड़ी जाने वाली यह जंग अब आसमान में उड़ते ड्रोन और मिसाइलों की गर्जना में बदल गई है। देर रात रूस की राजधानी मॉस्को में जो हुआ, उसने दुनिया को एक बार फिर यह याद दिला दिया कि यह संघर्ष अब किसी भी दिशा में जा सकता है। दरअसल, 26 और 27 अक्टूबर की दरमियानी रात जब मॉस्को के लोग गहरी नींद में थे, तभी अचानक आसमान में दर्जनों ड्रोन दिखाई दिए। कुछ ही मिनटों में शहर के ऊपर गोलियों और धमाकों की आवाजें गूंजने लगीं। देखते ही देखते रूस की राजधानी युद्ध के मैदान में तब्दील हो गई।

कंस्ट्रक्शन के बहाने आर्मी में किया भर्ती

वहीं अब रूस की आर्मी में जालंधर का एक और नौजवान फंसा हुआ है। जिसने वीडियो जारी करके भारतीय एबेंसी और केंद्र सरकार से उसे वापिस बुलाने की गुहार लगाई है। हरमिंदर सिंह ने कहाकि उसे कंस्ट्रक्शन के काम के लिए नौकरी करने के लिए बुलाया गया था, लेकिन उसे आर्मी में भर्ती कर दिया गया है। पीड़ित ने कहाकि यहां उसकी जान को खतरा है। यहां ड्रोन काफी संख्या में आ रहे है। घटना में कई लोग घायल हुए है। नेट की काफी परेशानी आ रही है।

एक साल में पीआर के लालच ने मौत के मुंह धंकेला

वहीं हरमिंदर के भाई गुरमिंदर सिंह ने बताया कि उसका भाई अपने बेहतर भविष्य के लिए रशिया गया था। उसे बताया गया था कि एक साल में ही उसे पीआर मिल जाएंगी। उसे क्या पता था कि एक साल में पीआर का लालच उसे मौत के मुंह में धकेल देगा। लेकिन वहां जाने के बाद उससे कांट्रेक्ट साइन करवाया गया, जिसमें कंस्ट्रक्शन का काम करवाने के लिए गया था। इसके बाद उसे पता लगा कि उसे रूस आर्मी में भर्ती किया गया और कुछ दिन बाद ही उसे फ्रंट लाइन में ले जाया गया। पीड़ित ने कहा कि अब उनकी हरमिंदर से कोई बात नहीं हो रही। अब पता चल रहा है कि वह आर्मी में फंस गया है। गुरमिंदर सिंह ने बताया कि दोस्त ने उसे रशिया के लिए जानकारी दी थी कि रंशिया में रास्ता खुल गया है।
जहां टूरिस्ट वीजा पर पहले नौजवान जाते है और बाद में उसे वर्क परमिट में कनवर्ट किया जाता है। इस दौरान वीजे की अवधि बढ़ने के बाद वर्क परमिट में उनका वीजा कनवर्ट हो जाता है।

पंजाब और हरियाणा के युवक भी फंसे, 15 दिनों से नहीं हुई बात

ऐसे में वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को लुभाने के लिए जाल में फंसाया जा रहा है। गुरमिंदर सिंह ने कहा कि उन्हें 10 से 15 दिन हो गए अभी तक भाई से बात नहीं हो पाई। जंगलों में उसका भाई आर्मी में फंसा हुआ है। गुरविंदर ने भाई को वापिस बुलाने के लिए सरकार से गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि जून माह में उसका भाई रशिया गया। इस दौरान पंजाब और हरियाणा के भी युवा भाई के साथ रशिया गए है। उन्होंने कहा कि सौदी अरब से वापिस आने के बाद उसका खुद काम नहीं बन रहा था। ऐसे में हरविंदर ने वहां घर की हालत सुधारने के लिए रशिया जाने का रास्ता चुना, लेकिन उसे नहीं पता था कि वह वहां पर मौत के मुंह में फंस जाएगा।

मॉस्को में 5 घंटे चला ड्रोन हमला

रूसी अधिकारियों के मुताबिक, यूक्रेन ने मॉस्को पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया था। यह हमला करीब 5 घंटे तक चला। रूसी वायु रक्षा प्रणाली ने तत्काल जवाबी कार्रवाई शुरू की और 28 ड्रोन को मार गिराने में सफलता हासिल की। मगर इस दौरान शहर में दहशत और अफरा-तफरी फैल गई। मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने बताया कि सुरक्षा बल पूरी रात हालात पर नजर रखे रहे। हालांकि किसी बड़ी क्षति की जानकारी सामने नहीं आई, लेकिन राजधानी के लोगों के लिए यह रात खौफनाक बन गई।

हवाई अड्डे बंद, बिजली और इंटरनेट सेवाएं प्रभावित

हमले की तीव्रता इतनी अधिक थी कि प्रशासन को राजधानी के दो प्रमुख हवाई अड्डे डोमोडेदोवो और झुकोव्स्की अस्थायी रूप से बंद करने पड़े। रूस की विमानन एजेंसी रोसएवियात्सिया ने बताया कि रात 10 बजे के बाद से सुबह तक किसी भी उड़ान को अनुमति नहीं दी गई। यह कदम यात्रियों और विमानन सुरक्षा के लिए उठाया गया। हालांकि आधिकारिक रूप से किसी बड़ी हताहत की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन लोगों में भय का माहौल स्पष्ट दिखा। सड़कों पर पुलिस और सेना की भारी तैनाती रही, जबकि कई इलाकों में बिजली और इंटरनेट सेवाएं प्रभावित रहीं।

ब्रायंस्क और बेलगोरोद में हुए ड्रोन हमले

दूसरी ओर, यूक्रेन ने भी इस हमले की ज़िम्मेदारी से इंकार नहीं किया। यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि उनके ड्रोन हमलों का उद्देश्य रूस के सैन्य ढांचों को निशाना बनाना है, वे ठिकाने जो यूक्रेन पर लगातार हमले कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस के पश्चिमी इलाकों ब्रायंस्क और बेलगोरोद में भी ड्रोन हमलों की घटनाएं दर्ज की गईं। इन हमलों में दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि 16 अन्य घायल हुए।

रूसी सेना ने यूक्रेन पर दागे 101 ड्रोन

इससे पहले रूस ने भी यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर पलटवार किया था। रूसी सेना ने यूक्रेन पर 101 ड्रोन दागे, जिनमें से यूक्रेनी वायु रक्षा प्रणाली ने 90 ड्रोन को नष्ट करने का दावा किया। कीव में कई ड्रोन रिहायशी इलाकों पर गिरे, जिससे आग लग गई. कीव के मेयर विताली क्लित्स्को ने बताया कि अब तक तीन लोगों की मौत और 29 लोग घायल हुए हैं, जिनमें सात बच्चे शामिल हैं। राजधानी में लोगों को फिलहाल शेल्टर में रहने की सलाह दी गई है क्योंकि खतरा अभी टला नहीं है।

पुतिन ने मिसाइल टेस्ट से दुनिया को चेतावनी

इसी बीच, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक ऐसा बयान दिया जिसने वैश्विक तनाव और बढ़ा दिया। उन्होंने घोषणा की कि रूस ने अपनी नई परमाणु-संचालित क्रूज मिसाइल “बुरेवेस्टनिक” का सफल परीक्षण पूरा कर लिया है। पुतिन के अनुसार, यह मिसाइल असीमित रेंज वाली है और “दुनिया में किसी भी देश के पास ऐसी तकनीक नहीं है।” रूसी जनरल स्टाफ प्रमुख वैलेरी गेरासिमोव ने बताया कि मिसाइल ने परीक्षण के दौरान 15 घंटे की उड़ान भरते हुए 14,000 किलोमीटर की दूरी तय की। यह परीक्षण ऐसे समय में हुआ जब रूस-यूक्रेन संघर्ष एक बार फिर तेज़ होता दिखाई दे रहा है।

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