विदेश में गैंगस्टरों को ISI का संरक्षण
जालंधर, ENS: पंजाब के डीजीपी गौरव यादव जालंधर पहुंचे, जहां उन्होंने क्राइम और ट्रैफिक को लेकर अधिकारियों से मीटिंग की। इस दौरान डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल और पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर भी मौजूद रही। जिसके बाद प्रेस वार्ता करते हुए डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि आज होशियारपुर, कपूरथला और नवांशहर के पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग की गई। उन्होंने बताया कि बीएसएफ टीम के साथ सांझे ऑपरेशन के तहत लगातार नशे पर लगाम लगाई जा रही है। बाढ़ आने के दौरान नशे की बढ़ने वाली खेप को भी लगातार बरामद किया गया।
उन्होंने खुलासा किया कि सीमावर्ती इलाकों में नशे और छोटे हथियारों की तस्करी रोकने के लिए पुलिस, बार्डर फोर्स और वरिष्ठ अधिकारियों की साझा बैठक हुई है। डीजीपी ने बताया कि पुलिस चुस्त-दुरुस्त तरीके से कार्य कर रही है और अब तक बड़ी हैरोइन की खेपें बरामद की जा चुकी हैं। उन्होंने विशेष रूप से एक नई ऐप के लॉन्च होने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस ने एक नया हेल्पलाइन नंबर 1800330110 जारी किया है। उन्होंने जनता से अपील की है कि गैंगस्टर अपराधियों के खिलाफ सूचना इस नंबर पर दें। सूचना देने वाले का नाम और पता पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों की पहचान पूरी तरह सुरक्षित रखी जाएगी।
डीजीपी ने बताया कि त्योहारों को ध्यान में रखते हुए 7 बीएसएफ कंपनियों को बुलाया गया है। हर बॉर्डर जिले को 1-1 कंपनी दी जाएगी। इसके अलावा 50 पुलिस कंपनियां भी राज्यभर में तैनात की जा रही हैं। इस दौरान चेकिंग अभियान को बढ़ाया जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी ने बताया कि पाकिस्तान की आईएसआई लगातार पंजाब के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। हेरोइन के साथ-साथ छोटे हथियार भी ड्रोन के जरिए भेजे जा रहे हैं, जिनका उपयोग प्रदेश में अपराध के लिए किया जा रहा है। हालांकि एंटी-ड्रोन सिस्टम की मदद से काफी हद तक इन साजिशों को नाकाम किया गया है। डीजीपी ने कहा कि फिरौती वाली कॉलें सबसे ज़्यादा स्थानीय अपराधियों द्वारा की जा रही हैं। इसलिए जब भी किसी को इस तरह की कॉल आए तो इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी जाए।
डीजीपी ने बताया कि अब तक की रिव्यू में पंजाब में अमन शांति को भंग करने वाले 26 धमाके के केस सामने आए थे, लेकिन सभी को पुलिस ने ट्रेस कर किया। डीजीपी ने बताया कि 20,400 एफआईआर दर्ज की गई, वहीं 1342 किलो हेरोइन रिकवर की गई। वहीं ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए शहर में 1100 से अधिक हाईटेक CCTV कैमरे लगाए गए है। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) के माध्यम से अब पूरे शहर की मॉनिटरिंग रियल टाइम में होगी। यह आधुनिक निगरानी न केवल ट्रैफिक समस्या को सुधरेगी बल्कि। आपराधिक गतिविधियों पर भी नकेल कसेगी। आज इंटेलिजेंस ट्रैफिक सिस्टम के फेज वन में 13 जगहों पर कैमरे लगाए गए है।