जालंधर, ENS: नगर निगम की 3 दशकों से चली आ रही सफाई कर्मियों की मांग आज पूरी हुई। दरअसल, लोकल गवर्नमेंट डिपार्टमेंट ने शहर के सफाई सिस्टम को मज़बूत करने के लिए 1196 नई भर्तियों को मंज़ूरी दे दी है। शहर की सीमा में आबादी बढ़ने के बावजूद सालों से ह्यूमन रिसोर्स की कमी थी। नई मंज़ूरी के तहत सफाई सेवकों, सीवरमैन, माली और फिटर कुली जैसी कैटेगरी में खाली पोस्ट भरी जाएंगी, जिससे निगम की ज़मीनी ताकत बहुत मज़बूत होगी। इसमें मेयर विनीत धीर ने अहम भूमिका निभाई।
इस मुद्दे को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने चंडीगढ़ में कई मीटिंग की और लगातार फ़ॉलो-अप करते रहे। मेयर वनीत धीर के साथ सफाई यूनियन पंजाब के चेयरमैन चंदन ग्रेवाल और निगम कमिश्नर सदीप ऋषि ने भी डॉक्यूमेंटेशन और एडमिनिस्ट्रेटिव प्रोसेस में हिस्सा लिया, जिसके बाद लोकल गवर्नमेंट मिनिस्टर डॉ. रवजोत सिंह ने ऑफिशियल अप्रूवल जारी किया। मेयर वनीत धीर ने कहा कि यह फैसला अहम है।
निगम को लंबे समय से ज़रूरी रिसोर्स दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इसका सीधा फायदा शहर की गलियों, बाज़ारों और वार्डों में सफाई सिस्टम में सुधार के रूप में दिखेगा। 1196 कर्मचारियों की भर्ती से सफाई के काम में तेज़ी आएगी, सीवेज मैनेजमेंट बेहतर होगा और शहर की सुंदरता में बड़ा सुधार दिखेगा। उन्होंने कहा कि वह शहर के विकास और सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक मंज़ूरी मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आम आदमी पार्टी सरकार की नेक सोच का नतीजा है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार हमेशा लोगों के साथ है और जनता के मुद्दों को प्राथमिकता देती है। लोगों की भलाई और शहर के विकास के लिए उठाए गए ऐसे कदम इस बात का सबूत हैं कि यह पंजाब की सबसे अच्छी सरकारों में से एक है। यह मंज़ूरी जालंधर के लिए एक ऐतिहासिक बदलाव की शुरुआत साबित होगी, जो शहर को साफ़, सेहतमंद और ज़्यादा डेवलप बनाने में बहुत मदद करेगी और इसका असर आने वाले महीनों में ज़मीनी स्तर पर दिखेगा।