जालंधर, ENS: डेरा बल्ला में 25 करोड़ की लागत से बनने वाले श्री गुरु रविदास अध्यन को लेकर आदमपुर से पूर्व विधायक पवन टीनू ने प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सरकार के दौरान डेरे को लेकर दिए गए 25 करोड़ के चैक को लेकर सवाल खड़े किए है। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने उस समय डेरे को 25 करोड़ रुपए का चैक दिया था। पवन टीनू का आरोप है कि उन्हें भी पता था कि यह चैक कैश नहीं होगा। दरअसल, चैक जारी किए जाने के कुछ दिन बाद ही कोड ऑफ कंडक्ट लग गया था।
जिसके बाद नई सरकार यानी आप सरकार पंजाब में आ गई और पैसे लैपस हो गए। उन्होने कहा कि अगर पूर्व सीएम सही में डेरे के प्रति गंभीर होते वह अपने अखतियारी फंडों से पैसा दे सकते थे या फिर जंग-ए-आजादी यादगार प्रोजेक्ट है उसके साथ मिलती योजना के तहत पैसा डेरे को दिया जा सकता था। उन्होंने आरोप लगाए है कि डेरे को 25 करोड़ रुपए में से एक पैसा भी जारी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम चन्नी ने वोट लेने के लिए उस दौरान प्रचार पूरा कर लिया। उसके बाद नई सरकार आ गई लेकिन वह भी इस मसले पर गंभीर नहीं दिखाई दी। उन्होंने कहा कि सासंद संतोख चौधरी के निधन के बाद जब उपलोकसभा चुनाव हुए तो आप सरकार को डेरे की याद आ गई।
उन्होंने कहा कि जो पूर्व सीएम चन्नी के समय 25 करोड़ रुपए लैपस हो गए थे वहीं दोबारा लाकर आप सरकार ने कहा कि उन्होंने डीसी जालंधर के सरकारी खातों में जमा करवा दिया है। पवन टीनू ने आरोप लगाए है कि मौजूदा सरकार ने ऐसा ही किया कि वहां पर बोर्ड लगवा दिए, रैली निकाली गई, प्रचार किया गया। लेकिन अभी तक डेरे को 25 करोड़ रुपए नहीं दिए गए है। उन्होने कहा कि अभी तक वहां पर इन पैसों की एक ईंट नहीं लगी है और ना ही प्रशासन डेरे वालों के ससाथ कोई मीटिंग कर रहा है।
इस दौरान उन्होंने आरोप लगाए हैकि इस मामले को लेकर अभी तक कोई भी नेता बोलने को तैयार नहीं है। पवन टीनू ने कहा कि अब दोबारा से लोकसभा चुनाव शुरू होने वाले है। ऐसे में हो सकता है कि सरकार अब 25 से 35 का देने का झूठा वायदा कर सकती है। जिसके बाद फिर से लोग उन्हें वोट दे देंगे। उन्होंने कहा कि डेरे के साथ गलत मजाक किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मसले को लेकर डिप्टी कमिशनर के साथ डेरे के प्रबंधकों के साथ अब भी बात होती रहती है। उन्होंने कहाकि इस मामले में डेरे का कोई लेना देना नहीं है।