जालंधर, अनिल/वरुणः 66 फुटी रोड़ पर स्थित हवेली नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए आज डिच चला दी। क्यूरो मॉल के पास यह हवेली पिछले लंबे समय से विवादों में चल रही थी। जिसकी शिकायते निगम के पास पहले भी पहुंची थी और निगम अधिकारियों ने इस हवेली का निर्माण भी रुकवा दिया था। इसके बावजूद हवेली के संचालकों द्वारा निर्माण का काम दोबारा से शुरू कर दिया गया। लेकिन आज नगर निगम के कमिशनर अभिजीत कपिलश के आदेशों के बाद एटीपी पूजा मान ने हवेली पर कार्रवाई करते हुए डिच चला दी।

वहीं निगम की इस कार्रवाई के विरोध में लोगों द्वारा प्रदर्शन किया गया। लोगों का आरोप है कि निगम अधिकारियों ने हवेली के निर्माण की मंजूरी दी थी, जिसके बाद हवेली की उसारी का काम शुरू किया गया। लोगों ने रोष व्यक्त करते हुए निगम अधिकारियों की गाड़ी रोक ली और धक्केशाही करने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की।

हवेली का एक गिराने के विरोध में लोगों द्वारा निगम टीम पर पथराव भी किया गया। जिस कारण निगम की एक जिप्सी के शीशे इत्यादि टूट गए और एक कर्मचारी कमलभान को चोटें तक आई, उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। इस अवसर पर निगम टीम के साथ निगम की पुलिस भी मौजूद थी परंतु वह विरोध का सामना नहीं कर पाई जिस कारण निगम टीम को वापस लौटना पड़ा।

सरकारी अधिकारियों का आरोप है कि गुस्साई भीड़ ने पहले गाड़ी की बोनट पर मुक्के मारे, टायरों की हवा निकाल दी और गाड़ी पर चढ़कर जमकर नारेबाजी की। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी सिर्फ वीडियो बनाते दिखे। एटीपी की गाड़ी को भीड़ ने एक घंटे तक घेरे रखा। एटीपी पूजा ने कहा कि कमिश्नर के आदेशों पर कार्रवाई की गई है, लोग बेवजह ही गुस्साए हुए हैं। हम अपना काम कर रहे थे। मजदूरों और हवेली के कर्मियों ने सरकारी काम में बाधा डालकर और अधिकारियों से जो दुर्व्यवहार किया है, उसके लिए उन पर कार्रवाई की जाएगी।

दूसरी ओर हवेली के मैनेजर उमेश ने कहा कि पूरे 66 फुट रोड पर अवैध निर्माण हैं तो उन पर भी कार्रवाई करनी चाहिए थी। हमें निगम ने बिना नोटिस दिए कार्रवाई की, करीब 60 लाख रुपये का नुकसान हुआ है और सामान पूरी तरह से मलबे में दब गया है। वहीं इस पूरी कार्रवाई के दौरान निगम अधिकारियों की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध नहीं थे। सूचना के बाद भी थाना सात की पुलिस बहुत देर से पहुंची। चार-पांच पुलिसकर्मी भीड़ को संभाल नहीं सके।