जालंधर (वरुण/हर्ष) : पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले में जालंधर में तैनात मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एमवीआई) नरेश कलेर के साथ मिलीभुगत करने वाले एक और एजेंट लवलीन सिंह लवी, निवासी सेंट्रल टाउन, जालंधर को गिरफ़्तार किया है। विजिलेंस ब्यूरो ने उसका मोबाइल फोन और सिम कार्ड ज़ब्त कर लिया है जो इस घोटाले के बारे और जानकारी इकत्र करने के लिए डाटा माहिरों को भेजा जाएगा।
इस संबंधी जानकारी देते हुए विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो ने एमवीआई, जालंधर के दफ़्तर में अचानक चैकिंग की और बड़े स्तर पर प्राइवेट एजेंटों के साथ मिलीभुगत करके व्यापारिक और निजी वाहनों की जांच किए बिना फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने के लिए किए जा रहे संगठित भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया था। प्रवक्ता ने आगे बताया कि पुख्ता सबूतों के आधार पर विजिलेंस ब्यूरो के थाना जालंधर में मुकदमा नंबर 14 तारीख 23-08-2022 को भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा सात ए और आइपीसी की धारा 420, 120-बी के अधीन मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में कुल 11 मुलजिम पहले ही गिरफ़्तार किए जा चुके हैं जो कि जेल में बंद हैं जिनमें नरेश कलेर, रामपाल उर्फ राधे, मोहन लाल उर्फ कालू, परमजीत सिंह बेदी, सुरजीत सिंह और हरविंदर सिंह, पंकज ढींगरा उर्फ भोलू, ब्रिजपाल सिंह उर्फ रिक्की, अरविंद कुमार उर्फ बिंदु, वरिंदर सिंह उर्फ दीपू और सपना (सभी प्राइवेट एजेंट) शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले की आगे जांच जारी है, बाकी भगौड़े मुलजिमों को जल्दी ही काबू कर लिया जाएगा।