जालंधर, ENS: लोकसभा में शीतकालीन सत्र की कार्यवाही के दौरान मंगलवार (19 दिसंबर) को 49 और सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया। विपक्षी दलों के सांसदों के निलंबन पर अब नेताओं की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है और सभी नाराजगी जता रहे हैं। बता दें कि लोकसभा से आज 48 सांसदों को निलंबित किया गया है। इसके साथ ही अबतक 141 सांसदों पर एक्शन लिया जा चुका है। इनमें 94 सांसद लोकसभा के और 46 सांसद राज्यसभा के हैं। 18 दिसंबर तक संसद के कुल 92 सांसद सस्पेंड थे। आज कांग्रेस नेता मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम, शशि थरूर, बीएसपी (निष्कासित) दानिश अली, एनसीपी की सुप्रिया सुले, सपा सांसद एसटी हसन, टीएमसी सांसद माला रॉय, सपा नेता डिंपल यादव और आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील कुमार रिंकू भी सस्पेंड हुए हैं।
इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील कुमार रिंकू ने भी कड़ी प्रतिक्रिया पेश की है। उन्होंने कहा कि देश देख रहा है संसद में किस तरह की गंदी राजनीति की जा रही है। शीतकालीन सत्र के लिए सदन से निलंबन पर आप के लोकसभा सांसद सुशील कुमार रिंकू कहते हैं, “सच बोलने और सवाल पूछने वालों को आज सदन से निलंबित कर दिया गया है। जनता देख रही है कि संसद में किस तरह की गंदी राजनीति हो रही है। आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील कुमार रिंकू ने कहा, ‘सच की बात करने वाले औऱ सवाल पूछने वाले माननीय सदस्यों को सभा से सस्पेंड कर दिया गया। मैं समझता हूं कि जो संसद में गाली दे रहे हैं, कनस्तर कांड से जुड़े सांसदों को सस्पेंड करने की जगह सच के लिए आवाज़ उठाने वालों को निष्कासित किया जा रहा है। जनता की आवाज उठाने वालों को स्पीकर सस्पेंड कर रहे हैं। इससे साफ है देश की सरकार प्रेशर के साथ अपनी बात मनवाना चाहती है।’
सांसद सुशील कुमार रिंकू ने आगे कहा कि सरकार के दबाव में लोग नहीं आएंगे। पूरा भारत देख रहा है कि संसद के अंदर किस तरह की गंदी राजनीति हो रही है। हम इसका डट के जवाब देंगे और डट के मुकाबला करेंगे। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मोहम्मद फैसल, कार्ति चिदंबरम, सुदीप बंधोपाध्याय, सुप्रिया सुले, मनीष तिवारी, शशि थरूर, डिंपल यादव और दानिश अली सहित अन्य विपक्षी सांसदों को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा। बता देंकि इससे पहले भी सुशील रिंकू को सस्पेंड किया जा चुका है।
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