गरियाबंदः एक व्यक्ति द्वारा अपनी पत्नी के प्रेमी को मारने का मामला सामने आया है। आरोपी ने पड़ोसी को अपनी पत्नी के साथ संबंध बनाते देख लिया था, जिससे वह भड़क गया और टॉवेल से गला घोंटने के बाद लाश और बाइक को आग लगा दी।
जानकारी मुताबिक मृतक विशाल सोनवानी (35) निवासी गांव खरपदर उरमाल के रिश्ते में मामी लगती महिला के साथ अवैध संबंध थे। 29 अप्रैल को पड़ोसी विशाल और आरोपी केशव की पत्नी संबंध बना रहे थे, जिसे आरोपी केशव ने देख लिया। अपनी पत्नी को पड़ोसी के साथ आपत्तिजनक हालत में देखने के बाद केशव भड़क गया और उसने विशाल की जमकर पिटाई की। इसके बाद भी केशव का गुस्सा खत्म नहीं हुआ। आरोपी केशव और उसकी पत्नी ममता का भी विवाद होने लगा। इसी बीच केशव अपनी पत्नी ममता को 13 मई की सुबह उसके मायके लेकर गया। इस दौरान केशव ने पूरी बात अपनी पत्नी के 2 भाइयों ईश्वर सुनानी और सागर सुनानी को बताई। इससे महिला के भाई भी गुस्से में आ गए। इस दौरान आरोपी केशव, ईश्वर और सागर ने युवक को मारने की साजिश रची। ममता के फोन से विशाल को फोन कराया गया। ममता ने फोन कर अपने बॉयफ्रेंड को छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर पर जंगल में सुनसान जगह पर बुलाया।

साजिश के तहत खरपदर गांव से 3 किमी दूर जंगल को चुना गया। शाम ढलने के बाद मिलना तय किया गया। आरोपी बुलाए गए जगह पर पहले से मौजूद थे। सभी ने मिलकर पहले शराब पी, फिर जैसे ही विशाल पहुंचा। तीनों आरोपियों ने डंडों से जमकर पीटा, फिर टॉवल से गला घोंटकर उसे मार डाला। मर्डर के बाद आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए विशाल की बाइक से पेट्रोल निकालकर बाइक में आग लगाई, फिर लाश को भी जला दिया, लेकिन लाश पूरी तरह से नहीं जल पाई। बाइक भी आधी ही जल पाई थी। अधजली लाश को झाड़ियों में छिपाकर आरोपी भाग गए।
इसी बीच 22 मई को ओडिशा के सीनापाली थाना के कुछ ग्रामीण जंगल की ओर गए थे, तभी उन्हें तेज बदबू आई। ग्रामीणों ने नजदीक जाकर देखा तो अधजली लाश पड़ी थी। ग्रामीणों ने फौरन सीनापाली पुलिस को सूचना दी। इस दौरान पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। साथ ही गुम इंसान और फोटो की मदद से लाश की पहचान की। लाश की पहचान देवभोग के खरपदर गांव रहने वाले विशाल सोनवानी के रूप में की गई।
जांच अधिकारी सीनापाली पुलिस को मृतक के कॉल डिटेल्स से सुराग मिले। फोन से विशाल की अंतिम बातचीत ममता नागेश से हुई थी। वारदात के वक्त भी ममता और उसके पति का मोबाइल लोकेशन घटनास्थल के आसपास की थी। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने देवभोग पुलिस के सहयोग से केशव नागेश, ममता नागेश और ममता के दोनों भाइयों को 10 घंटे के भीतर हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान चारों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने मृतक का मोबाइल और शराब की बोतल और कई पाउच भी बरामद किए हैं और आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।