पंजाब के अस्पतालों को निर्देश जारी
नई दिल्लीः मांगों को लेकर किसानों के दिल्ली मार्च का आज दूसरा दिन है। मंगलवार को हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी। पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस छोड़ी तो किसानों ने भी पथराव किया। ऐसे ही हालात जींद बॉर्डर पर भी दिखे। आज फिर दिल्ली कूच के लिए किसान तैयार हैं। खनौरी में खेतों में पानी छोड़ा गया है, ताकि किसान खेतों के रास्ते आगे न बढ़ सकें। वहीं पंजाब सरकार ने हरियाणा सीमा के साथ लगते अपने सभी अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं, ताकि घायल हुए किसानों का इलाज शुरू किया जा सके। मान सरकार ने संगरूर, पटियाला, डेराबस्सी, मानसा और बठिंडा के अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। दाता सिंह वाला बॉर्डर पर रात लगभग 11 बजे किसानों ने बैठक करके सुबह दस बजे बॉर्डर क्रॉस करने की रणनीति बनाई। पुलिस ने भी अपने सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) की तरफ से दिल्ली कूच के आह्वान के बाद मंगलवार दोपहर बाद से कुंडली-सिंघु बॉर्डर को पूरी तरह से बंद किया गया है। दिल्ली पुलिस व अद्र्धसैनिक बल के जवान मुस्तैद है। भारी वाहनों को केएमपी-केजीपी जीरो प्वाइंट पर से वाया लोनी बॉर्डर दिल्ली व वाया गुरुग्राम भेजा जा रहा है। नेशनल हाईवे पर बने फ्लाईओवर पर लोहे के कंटेनर मिट्टी भरकर रखे गए हैं। साथ ही भारी संख्या में लोहे व पत्थर के बैरिकेड लगाए गए हैं। फ्लाईओवर पर कंटीले तार, फिर सीमेंट के बड़े बैरिकेड लगाकर कंक्रीट भरी गई है।
एक दर्जन से अधिक लोहे के कंटेनर मिट्टी भरकर रखे गए हैं। सीसीटीवी लगाकर निगरानी के साथ ही चार वॉटर कैनन, दो वज्र वाहन खड़े किए गए हैं। अर्द्धसैनिक बल की तीन कंपनी सोनीपत के कुंडली व 12 कंपनी दिल्ली के सिंघु क्षेत्र में लगाई गई है। हाईवे पर 10 लेयर टायर किलर बिछाए गए हैं। वाहनों को गांवों के अंदर से होते हुए अन्य स्टेट व नेशनल हाईवे से निकाला जा रहा है। छोटे वाहनों को कुंडली से जांटी कलां और सिंघु गांव भेजा जा रहा है। उद्योगपति व फैक्टरी कर्मी परेशान है। हरियाणा से दिल्ली जाने वाले नौकरी पेशा भी संपर्क मार्गों से दो से तीन गुणा समय लगाकर कार्यालय पहुंच रहे हैं।