शिमलाः हिमाचल में बादल फटने और ओलावृष्टि से भारी नुकसान होने की घटना सामने आई है। वहीं सुजानपुर उपमंडल की दाड़ला पंचायत के भलेठ गांव में तूफान से पेड़ महिला पर गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई। 48 वर्षीय संतोष कुमारी जंगल से लकड़ियां लेने गई थी कि घर से कुछ दूरी पर पेड़ की चपेट में आ गई। करीब 35 फीट ऊंचा ओही का पेड़ अंदर से खोखला हो चुका था, जो तूफान से गिर गया। कुछ दिन पहले भी तूफान के कारण बच्चे सहित महिला की मौत हुई थी। दूसरी ओर कई स्थानों पर हुई वर्षा व ओलावृष्टि से फसलों सहित बागबानी को नुकसान हुआ है। जिला बिलासपुर व हमीरपुर में वर्षा के साथ हुई ओलावृष्टि से गेहूं की फसल व फलदार पौधों को नुकसान हुआ।
कांगड़ा जिले में वर्षा से गेहूं की फसल प्रभावित हुई। आने वाले समय में मौसम विभाग द्वारा अलर्ट जारी किया गया है जिसकी वजह से प्रशासन ने लोगों को एतीयात बरतने के लिए कहा गया है। दरअसल, चंबा-सलूणी-लंगेरा मुख्य मार्ग पर किहार के उपरी हिस्से में बारिश व ओलावृष्टि के चलते नाले का जलस्तर बढऩे से काफी तादाद में वाहन मलबे में दब गए। साथ ही मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई। इसके चलते मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। लोक निर्माण विभाग की टीम जेसीबी मशीनों के सहयोग से मलबा हटाकर मार्ग पर वाहनों की आवाजाही के लिए काम युद्धस्तर पर छेड़े हुए है। जानकारी के अनुसार किहार क्षेत्र में भारी बारिश व ओलावृष्टि के कारण अचानक नाले का जलस्तर बढ़ गया है।
देखते ही देखते नाले के पानी के साथ भारी तादाद में मलबा बहकर मुख्य मार्ग तक पहुंच गया। इसके चलते सडक़ किनारे खड़े वाहन मलबे की जद में आ गए। नाले के बढ़ते जलस्तर के चलते कुछ देर के लिए स्थानीय लोग डर से सहम गए। उधर, लोक निर्माण विभाग सलूणी के अधिशासी अभियंता ईं. कुमुद उपाध्याय ने बताया कि बारिश व ओलावृष्टि के चलते चंबा-लंगेरा मार्ग पर किहार के पास नाले के पानी के साथ मलबा बहकर सडक़ तक पहुंच गया था। इस कारण मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बाधित हुई है। उन्होंने बताया कि जेसीबी मशीनों के सहयोग से मलबा हटाकर यातायात बहाली का काम जारी है। देर शाम तक मार्ग को दोबारा वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।