पंचकूलाः कालका रेलवे स्टेशन पर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब एक ट्रेन हादसे का शिकार हो गई. दरअसल ट्रेन को वॉशिंग यार्ड की ओर ले जाते समय उसके दो डिब्बे पटरी से उतर गए। यह घटना सुबह लगभग 4:45 बजे हुई, जब ट्रेन नंबर 14331 को साफ-सफाई के लिए पीछे किया जा रहा था। ट्रेन के डिब्बे अचानक ट्रैक से फिसलकर जमीन पर उतर गए, जिससे रेलवे ट्रैक का संचालन बाधित हो गया। इस हादसे का सीधा असर कालका-दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस पर पड़ा, जो सुबह 6:15 बजे रवाना होनी थी। पटरी पर डिब्बे फंसे होने के कारण शताब्दी को निर्धारित समय पर नहीं चलाया जा सका और यह ट्रेन सुबह 8 बजे तक स्टेशन पर ही खड़ी रही। इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई यात्री, जो ऑफिस या अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए दिल्ली जा रहे थे, तय समय पर नहीं पहुंच सके।
घटना की सूचना मिलते ही जीआरपी और आरपीएफ के जवान तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने तत्काल राहत कार्य शुरू किया और ट्रैक को खाली कराने की कोशिश में जुट गए। अधिकारियों के मुताबिक, हादसे में किसी प्रकार की जानी नुकसान की कोई सूचना नहीं है, जो एक राहत की बात है। रेलवे प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, जब ट्रेन को बैक किया जा रहा था, तभी यह तकनीकी खामी सामने आई और डिब्बों के पहिए पटरी से उतर गए। यह घटना यार्ड क्षेत्र में हुई, जहां आमतौर पर पब्लिक मूवमेंट नहीं होता, इसलिए कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, यह एक गंभीर लापरवाही मानी जा रही है।
शताब्दी एक्सप्रेस के समय पर न चल पाने से यात्रियों में नाराजगी देखी गई। कई लोगों ने रेलवे प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और ट्रेन संचालन व्यवस्था में सुधार की मांग की। कुछ यात्रियों ने बताया कि उन्हें स्टेशन पर कोई स्पष्ट सूचना नहीं दी गई, जिससे वे और अधिक परेशान हुए। बहरहाल इस घटना में कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। यदि यह दुर्घटना किसी यात्री से भरी ट्रेन के साथ हुई होती, तो परिणाम गंभीर हो सकते थे। रेलवे को चाहिए कि वह ट्रैक और यार्ड की नियमित जांच सुनिश्चित करे और इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए कड़े कदम उठाए।