पंचकूलाः सेक्टर-16 निवासी व्यापारी हर्षित बंसल द्वारा अपने साथी कर्मचारी बी. प्रकाश के खिलाफ साजिशन झूठा मामला दर्ज कराने का मामला सामने आया है। 12 मई को हर्षित बंसल डीसीपी पंचकूला से मिला और बी. प्रकाश पर कंपनी के पैसो का दुरुपयोग करने का मौखिक आरोप लगाया। डीसीपी ने उन्हें लिखित शिकायत देने को कहा, लेकिन उस दिन हर्षित बंसल ने कोई शिकायत नहीं दी।
चार दिन बाद 16 मई को बंसल ने बी. प्रकाश को तमिलनाडु से पंचकूला बुलाया और उसे पूरे दिन कार्यालय में रखने के बाद अपने घर ले गया। वहां साजिश के तहत हर्षित और उसकी पत्नी अरुषा बंसल ने बी. प्रकाश पर छेड़छाड़ का झूठा आरोप लगाया। नौकरानी को भी इस झूठ में शामिल करने का प्रयास किया गया था। इसके बाद 112 पर कॉल कर पुलिस को गुमराह किया और थाना सेक्टर-14 में झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया।
मामले की गंभीरता को देखते पुलिस कमिश्नर ने तत्काल संज्ञान लिया और निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस कमिश्नर ने साफ किया है जिस भी अधिकारी की मिलीभगत या लापरवाही पाई गई उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। जांच की जिम्मेदारी डीसीपी क्राइम अमित दहिया को सौंपी गई है। बी. प्रकाश को झूठे केस से मुक्त कराने की प्रक्रिया जारी है और हर्षित बंसल सहित दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कानूनी और विभागीय कार्रवाई की जा रही है।
छेड़छाड़ का केस इतना हाई प्रोफाइल था कि इस केस की जांच के लिए खुद डीसीपी क्राइम अमित धैया, डीसीपी पंचकूला हिमाद्री कौशिक व पंचकूला के करीब 4 से 5 डीएसपी वह शहर के सीआईए व एसएचओ सेक्टर 16 की चौकी में पहुंचे। महिला थाना की एसएचओ नेहा संधू भी इस केस में जांच कर रही है। देर रात तक सभी पंचकूला पुलिस के बड़े अधिकारी सेक्टर-16 की चौकी में मौजूद रहे।