यमुनानगरः जिले के धर्मकोट गांव में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां, पतंग की डोर पकड़ते समय 3 बच्चे 11000 वोल्टेज के हाईटेंशन तार की चपेट में आ गए। इस दौरान एक बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 2 दोस्त बाल-बाल बच गए। घटना के बाद ग्रामीण सीधे तौर पर बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। इस हादसे में घर का चिराग बुझ गया जिससे गांव में भी मात्म का माहौल है।
जानकारी के अनुसार, यमुनानगर जिले के धर्मकोट गांव में बिजली विभाग की लापरवाही के कारण घर का इकलौता चिराग बुझ गया। स्कूल से घर आने के बाद 13 वर्षीय तनिष्क अपने 2 दोस्तों के साथ खेलने चला गया। घर की छत के पास 11000 वोल्टेज के हाईटेंशन तार पर पतंग का डोर लिपटा हुआ था, जैसे ही तीनों बच्चों ने डोर खींचनी शुरू की तो वह 11000 वोल्टेज के हाईटेंशन तार की चपेट में आ गए। करंट ने तनिष्क को अपनी ओर खींच लिया जबकि 2 बच्चे बच गए।
घटना में तनिष्क बुरी तरह झुलस गया। हादसे का पता चलने पर परिजन तनिष्क को तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। तनिष्क के माता-पिता और दादा इस हादसे के बाद सदमे में हैं। बच्चे के पिता रजनीश कुमार, दादा सतीश कुमार ने बताया कि स्कूल से आने के बाद वह अपने दोस्तों के साथ खेलने चला गया था और बाद में ये हादसा हो गया। तनिष्क पूरी तरह से जल गया था। वह मेरा इकलौता बेटा था।
गांव के सरपंच कुलवंत सिंह ने बताया कि हमने कई बार विभाग को इस बारे में शिकायत की, लेकिन बिजली विभाग के कर्मचारियों ने इसे कभी गंभीरता से नहीं लिया। आज हमें एक मौत से जूझना पड़ रहा है। बिलासपुर थाना प्रभारी कुलदीप सिंह भी मौके पर पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने बताया कि परिवार ने अभी तक कोई शिकायत नहीं दी है।